रायपुर: 10वीं और 12वीं के मेधावी छात्रों को अब तक लैपटॉप नहीं दिया गया है. वहीं छात्र 2 सालों से लैपटॉप का इंतजार कर रहे हैं.
इस मामले पर शिक्षा मंत्री प्रेमसाय का कहना है कि यह 2 साल पुराना मामला है. हम इस पर कार्रवाई करेंगे. पक्ष में शिक्षा विभाग की दलील है कि मुख्य अतिथि के रूप में जिन्हें बुलाया जाना था उनको समय नहीं मिल पा रहा है इसके कारण ही लेट हो रहा है.
10वीं और 12वीं के छात्रों को अबतक नहीं मिला लैपटॉप, 2 सालों से कर रहे इंतजार 1 साल से एक कक्ष में कैद कर रखा हुआ है लैपटॉप
बता दें कि माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिमं) ने लैपटॉप खरीद लिए हैं. यह लैपटॉप 1 साल से एक कक्ष में कैद कर रखा हुआ है. यह योजना इसलिए शुरू की गई थी ताकि कॉलेज की पढ़ाई में लैपटॉप की जरूरत पड़ने पर छात्र इसका फायदा ले सकें, लेकिन अब तक बारहवीं के पास हुए ऐसे कई क्षेत्र हैं, जो कॉलेज के द्वितीय वर्ष में भी पहुंच चुके हैं, लेकिन उन्हें उनका लैपटॉप नहीं मिला है.
कई बार समय फिक्स करके मुकर गया मंडल
मेधावियों के सम्मान के लिए कई बार तारीख तय की गई है. माध्यमिक शिक्षा मंडल ने 10वीं 12वीं बोर्ड परीक्षा 2018 की मेधावी छात्रों को सितंबर से पहले लैपटॉप वितरित करने का दावा किया था. इसके लिए स्कूल शिक्षा मंत्री, मुख्यमंत्री और राज्यपाल से समय मांगने का हवाला भी दिया था, लेकिन ना ही समय मिल पाया और ना ही मेधावी छात्रों को आज तक लैपटॉप देने की किसी ने जहमत दिखाई.
सूची में अब 2019 के छात्रों का नाम हो गया है शामिल
साल 2018 में 12वीं के 35 और 40 बच्चों को लैपटॉप दिया जाना था. लैपटॉप के लिए साल 2017 के मेधावी भी इंतजार कर रहे हैं और अब इस सूची में 2019 के छात्रों का नाम शामिल हो गया है.