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'पड़ोसी राज्यों के साथ मिलकर चला रहे नक्सलियों के खिलाफ अभियान'

पड़ोसी राज्य के नक्सल मोर्चे के डीजी द्वारा छत्तीसगढ़ की सीमा सील करने के लिए लिखे गए पत्र पर डीजीपी डीएम अवस्थी ने जवाब दिया है. उनका कहना है कि ऐसा कोई पड़ोसी राज्य नहीं है, जहां नक्सली मारे गए हो'

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डीजीपी डीएम अवस्थी

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Published : Jan 10, 2021, 12:42 AM IST

Updated : Jan 10, 2021, 7:08 AM IST

रायपुर: छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई जारी है. नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में जाकर जवान लगातार नक्सलियों से मोर्चा ले रहे हैं. यही कारण है कि सुरक्षाबलों की गतिविधियों को देखते हुए अब नक्सली पड़ोसी राज्यों की ओर रूख करने लगे हैं.

डीजीपी डीएम अवस्थी

सूत्रों की माने तो पड़ोसी राज्यों के डीजी ने छत्तीसगढ़ के डीजी को पत्र लिखकर राज्य की सीमाओं को सील करने की बात कही है. वहीं छत्तीसगढ़ पुलिस विभाग के आला अधिकारी नक्सलियों के पड़ोसी राज्यों में जाने की घटना को सामान्य बता रहे हैं. मध्यप्रदेश के बालाघाट में दिसंबर में जवानों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में एक नक्सली मारा गया था. इसके पहले कान्हा में भी जवानों ने कार्रवाई करते हुए एक नक्सली को मार गिराया था. इस दौरान जवानों ने कुछ हथियार भी बरामद किए थे. मारे गए नक्सलियों को छत्तीसगढ़ का बताया जा रहा है.

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इन घटनाओं के बाद यह बात सामने आई थी कि पड़ोसी राज्यों के नक्सल ऑपरेशन के डीजी ने छत्तीसगढ़ राज्य के नक्सल ऑपरेशन के डीजी को पत्र लिखकर राज्य की सीमा को सील करते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाने की बात कही थी, ताकि नक्सली छत्तीसगढ़ से बाहर दूसरे राज्य में ना जा सके. दूसरे राज्य में छत्तीसगढ़ के नक्सलियों के मारे जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि डीजीपी डीएम अवस्थी ने कहा कि ऐसा कोई पड़ोसी राज्य नहीं है, जहां नक्सली मारे गए हो.

बालाघाट में प्लाटून का हुआ विस्तार

छत्तीसगढ़ से दूसरे राज्यों में गए नक्सलियों के सवाल पर डीजीपी डीएम अवस्थी ने कहा कि 'नक्सली किसी एक राज्य के नहीं होते हैं, नक्सलवाद पूरे भारत की समस्या है. उन्होंने बालाघाट में मारे गए नक्सलियों को लेकर कहा कि पिछले 6 साल में जरूर उस क्षेत्र में 4 नक्सली मारे गए हैं, लेकिन उसका हिसाब नहीं है. बालाघाट में प्लाटून का विस्तार जरूर हुआ है'.

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डीजीपी ने कहा कि नक्सली अलग-अलग बॉर्डर का फायदा उठाकर एक से दूसरे राज्य में आते जाते रहते हैं. वहां की पुलिस अपने-अपने तरीके से उसका सामना करती है. पिछले कई वर्षों से हम पड़ोसी राज्यों के साथ समन्वय स्थापित कर नक्सलियों के खिलाफ अभियान चला रहे हैं.

बड़ी संख्या में जवानों की तैनाती

बहरहाल, नक्सल गतिविधियों को देखते हुए नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में बड़ी संख्या में जवानों की तैनाती की गई है. एक के बाद एक सर्चिंग अभियान चलाया जा रहा है. इतना ही नहीं जवानों के बढ़ते दबाव को देखते हुए कई नक्सलियों ने आत्मसमर्पण भी किया है. वहीं कुछ नक्सली छत्तीसगढ़ छोड़ पड़ोसी राज्यों में घुस गए हैं.

Last Updated : Jan 10, 2021, 7:08 AM IST

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