रायपुर: लॉकडाउन वह स्थिति है जब लोगों को घर से बाहर निकलने की इजाजत नहीं होती है. लगभग एक महीने से ज्यादा का वक्त बीत चुका है. लोग लॉकडाउन के तहत घरों में कैद हैं. इसका असर नेताओं की जिंदगी पर भी पड़ा है. छत्तीसगढ़ के कैबिनेट मंत्री इस दौरान परिवार के साथ ज्यादा से ज्यादा वक्त बिता रहे हैं. हम आपको 3 कैबिनेट मंत्री के बारे में बताने जा रहे हैं.
लॉकडाउन ने प्रदेश के नेताओं की बदली जिंदगी ताम्रध्वज साहू कर रहे रामायण पाठ
दिनभर प्रदेश का हाल लेने के बाद गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू खाली वक्त में परिवार के साथ रामायण का पाठ करते हैं. हर शाम 2 से 3 घंटे पूरा परिवार रामायण पढ़ा करता है. प्रदेश में लॉकडाउन का सही ढंग से पालन कराने की जिम्मेदारी गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू पर है. गृहमंत्री मानते हैं कि रामायण से मन शांत रहता है. अपने दिन भर के कामकाज निपटाने के बाद वो परिवार के साथ रहते हैं. गृहमंत्री ने बताया कि वो रोज सुबह जल्दी उठते हैं और लगभग एक घंटे तक मॉर्निंग वॉक करते हैं.
टीएस सिंहदेव ने घर से ही रखा है प्रदेश पर नजर
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव कोरोना संकट के दौरान लगातार सूबे की स्वास्थ्य व्यवस्था के हालात पर नजर बनाए हुए हैं. वह घर में रहते हुए भी अधिकारियों के जरिए स्थिति का जायजा लेते रहते हैं. लगातार अधिकारियों से संपर्क कर निर्देश देते हैं. यही वजह है कि छत्तीसगढ़ में कोरोना पर शिकंजा कसने में मदद मिली है. सिंहदेव घर पर भी राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर मंथन करते रहते हैं. इसके अलावा निवास में रहकर ही जरूरी बैठक लेते हैं. सिंहदेव जितना कम हो सके घर से निकलते हैं. घर के अंदर ही मॉर्निंग और ईवनिंग वॉक करते हैं.
अमरजीत भगत परिवार के साथ
मंत्री अमरजीत भगत लॉकडाउन में परिवार के साथ वक्त बिता रहे हैं. इनके पास प्रदेश की खाद्य मंत्रालय का जिम्मा है. मंत्री अमरजीत परिवार के साथ कैरम भी खेलते हैं. अति आवश्यक कार्यों को छोड़कर इन नेताओं ने घर से बाहर निकलना छोड़ दिया है. मंत्री से लेकर अधिकारी और व्यापारी से लेकर आमजन तक सभी समझ चुके हैं कि घर में रहकर ही कोरोना को हराया जा सकता है, इसलिए कोरोना को भगाने के लिए लॉकडाउन का सख्ती से पालन करना जरूरी है, ताकि कोरोना के खिलाफ इस जंग में राष्ट्र की मदद की जा सके.