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अंतरराष्ट्रीय शांति दिवस : देश-विदेश में शांति का पैगाम दे रहे हैं रायपुर के 'पीजन मैन'

अंतरराष्ट्रीय शांति दिवस पर कबूतरों के उस उस्ताद से मिलाएंगे, जो शांति के प्रतीक कबूतरों का खास ख्याल रखते हैं और ये कबूतर भी उतने ही वफादार हैं.

अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस पर मिलिए इन कबूतरों से

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Published : Sep 21, 2019, 8:21 PM IST

Updated : Sep 21, 2019, 9:11 PM IST

रायपुर : पूरा देश जहां अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस मना रहा है, वहीं रायपुर के उस्ताद शेख अपने कबूतरों के साथ देश-विदेश में शांति का पैगाम दे रहे हैं. शांति के प्रतीक कहे जाने वाले ये कबूतर उस्ताद के खास दोस्त हैं, जिनका ख्याल रखने के साथ वे उनके मनोरंजन का भी ध्यान रखते हैं.

अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस पर मिलिए इन कबूतरों से

तस्वीरों में दिख रहे इस शख्स का नाम है शेख रियाज. इनके घर में बने बाड़े में 50 प्रजातियों के 6 सौ कबूतर हैं. इन कबूतरों का ख्याल वे आज से नहीं बल्कि 3 पीढ़ियों से रखते आ रहे हैं. इनकी खास बात ये है कि वे कबूतरों को व्यापार के लिए नहीं, बल्कि शौक के लिए पालते हैं. इसी कारण पूरा रायपुर इन्हें पीजन मैन के नाम से पुकारता है.

कबूतरों की रेस

शेख रियाज बताते हैं कि वे पिछले 30 साल से कबूतरों की रेस कराते हैं. इसमें देशभर के अपने कबूतरों के साथ हिस्सा लेने आते हैं. यही नहीं दुबई से भी लोग इस रेस में हिस्सा लेने आते हैं. इस रेस में सभी कबूतरों के पैर में यूनिक चैन बंधा होता है. इससे पहचान होती है कि वह किस टीम के हैं. इस प्रतियोगिता में प्राइस मनी हजारों में नहीं बल्कि लाखों में रखी जाती है.

वफादार होते हैं कबूतर
रियाज बताते हैं कि यह कबूतर यदि उड़ भी जाएं, तो भी वे लौटकर उनके पास आ जाते हैं क्योकि वे वफादार होते हैं. वह बताते हैं कि कई कबूतर ऐसे भी हैं जो छह-छह महीने बाद ही सही पर लौट कर आते हैं. कोई कहीं से भी कबूतर उड़ाए, वे घूमकर-फिरकर हमारे पास ही लौट आते हैं.

Last Updated : Sep 21, 2019, 9:11 PM IST

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