रायपुर/बिलासपुर/कोरबा/सरगुजा / राजनांदगांव: कोरोना के दो साल तक छत्तीसगढ़ में शिक्षा प्रभावित (Shala Pravesh utsav in chhattisgarh) रही. उसके बाद गर्मी छुट्टियों के बाद छत्तीसगढ़ में स्कूल खुल गए हैं. गुरुवार से स्कूलों में कक्षाएं शुरू हो गई. 16 जून गुरुवार को स्कूलों में घंटी बजी और वहां स्टूडेंट पढ़ने (Beginning of new academic session in Chhattisgarh) पहुंचे. पहले दिन शिक्षकों ने जोरदार तरीके से छात्र-छात्राओं का स्वागत किया. स्कूल में पढ़ने वाले छोटे छोटे बच्चों को टॉफी बांटी गई. जो बच्चे स्कूल में नया एडमिशन लेने पहुंचे थे. उनका भी फूल और किताबों के साथ स्वागत किया गया. उन्हें ड्रेस दिए गए. शिक्षकों प्राचार्य सबने स्कूली छात्र छात्राओं का स्वागत (Chhattisgarh Shala Pravesh festival ) किया.
शिक्षा के क्षेत्र में छत्तीसगढ़ में हो रहा विकास: इस मौके पर सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि "कोरोना लॉकडाउन के दौरान हमने पढ़ाई तुंहर दुआर प्लेटफार्म उपलब्ध कराया था, जिसका अच्छा उपयोग शिक्षकों, पालकों और विद्यार्थियों ने किया. उन्होंने उम्मीद जताई की नवाचार और नई प्रौद्योगिकी को अपनाने का सिलसिला आगे भी जारी रहेगा. शिक्षा को रूचिकर बनाने के प्रयासों का स्वागत है. मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में शिक्षा की अधोसंरचना और गुणवत्ता बढ़ाने के लिए स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी और हिन्दी माध्यम स्कूल संचालित किए जा रहे हैं. इसके अंतर्गत प्रदेश में 171 अंग्रेजी माध्यम और 32 हिन्दी माध्यम स्कूलों का संचालन किया जा रहा है. जिन स्थानों से मांग आ रही है, उन स्थानों पर इस योजना का लाभ देने की व्यवस्था की जा रही है.
रायपुर में ऐसा रहा शाला प्रवेश उत्सव का दिन: रायपुर में गुरुवार को स्कूल खुलने के बाद बच्चों में उत्साह और खुशी दिखी. बच्चे स्कूल यूनिफॉर्म पहनकर स्कूल पहुंचे. मायाराम सुरजन स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय में भी जिला स्तर पर शाला प्रवेश उत्सव कार्यक्रम में बच्चे उत्साहित नजर आए. यहां बच्चों ने गीत-संगीत के माध्यम से शाला प्रवेश उत्सव का आनंद लिया. स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय की प्राचार्य डॉ. भावना तिवारी ने बताया ''शैक्षणिक गतिविधियां शुक्रवार से शुरू हो जाएंगी. सभी तैयारियां लगभग पूरी कर ली गई है. स्कूल के सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं को जरूरी दिशा-निर्देश दिए गए हैं.''
ये भी पढ़ें: नक्सलगढ़ में शिक्षा की नई बयार: 15 साल बाद 260 स्कूलों में दोबारा पढ़ाई शुरू