रायपुर:शराब पीकर वाहन चलाने वालों की लगातार संख्या बढ़ती जा रही है. शराबी वाहन चालकों की वजह से आए दिन सड़क हादसे हो रहे हैं. कई सड़क हादसों में तो लोगों को अपनी जान भी गंवानी पड़ी है. शराब पीकर वाहन चलाने वाले खुद को तो नुकसान पहुंचाते हैं. साथ ही इनसे दूसरों की जान का खतरा भी बना रहता है.लेकिन (raipur traffic police) अब रायपुर ट्रैफिक पुलिस, हाईटेक मशीन के जरिए शराबी वाहन चालकों की दूर से पहचान कर सकेगाी. इससे पुलिस कर्मी कोरोना काल में संक्रमित होने से भी ( strictness on drunken drivers in Chhattisgarh) बचेंगे.
रायपुर में शराब पीकर वाहन चलाने वालों की अब खैर नहीं ! - शराब पीकर वाहन चलाने वालों की अब खैर नहीं
रायपुर ट्रैफिक पुलिस हाईटेक मशीन (raipur traffic police) के जरिए शराबी वाहन चालकों की दूर से पहचान कर सकेगी. इस तरकीब के जरिए ट्रैफिक पुलिस कर्मी की भी सुरक्षा बनी रहेगी. इस मशीन के आने से अब शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों पर तेजी से कार्रवाई हो सकेगी.
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शराबी वाहन चालकों पर कसेगी नकेल :कई बार देखा गया है कि सड़क हादसों के बाद जब ड्राइवर की पड़ताल की जाती है तो पता चलता है वह शराब के नशे में वाहन चला रहा होता है. जिस वजह से सड़क हादसे होते हैं. इससे जहां एक ओर धन हानि होती है वही दूसरी ओर जनहानि भी काफी हो रही है. ऐसे में इन शराबी वाहन चालकों पर नकेल कसने के लिए पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ती है.
मुंह में मशीन डालकर वाहन चालकों की जाती है जांच:इन शराबी वाहन चालकों को पकड़ने के लिए पुलिस समय-समय पर अभियान भी चलाती है. इस दौरान शराब पीकर वाहन चलाने वालों की जांच के लिए ब्रीथ एनालाइजर का उपयोग किया जाता है. इस मशीन को वाहन चालक के मुंह में डालना होता है. उसके बाद वाहन चालक जोर से फूंक मारते हैं. उससे यह मशीन बता देती है कि वाहन चालक ने शराब पी रखी है या नहीं.
कोरोना की वजह से मशीन मुंह में डालने से मना करते हैं वाहन चालक:कई बार शराब पीकर वाहन चलाने वालों की जांच के लिए चलाए जाने वाले अभियान में वाद विवाद जैसी स्थिति भी निर्मित हो जाती है. पुलिस इन वाहन चालकों को ब्रीथ एनालाइजर के माध्यम से जांच करती है, लेकिन इस जांच से बचने के लिए वाहन चालक कई तरह के हथकंडे अपनाते हैं. इसमें उनका सबसे बड़ा हथियार कोरोना वायरस.
ब्रीथ एनालाइजर मशीन को मुंह में डालकर अल्कोहल की जांच की जाती है. ऐसे में वाहन चालक कोरोना वायरस फैलने का खतरा बताकर इस मशीन को मुंह में नहीं डालते हैं और जांच से बचने की कोशिश करते हैं. यह काफी हद तक सही भी है, क्योंकि कोरोना संक्रमण इस मशीन के उपयोग से भी फैल सकता है. यही कारण है कि इस मशीन के जरिए शराब पीकर वाहन चलाने वालों की जांच में परेशानी आ रही थी.
हाईटेक मशीन से दूर से ही हो सकेगी शराबी वाहन चालकों की पहचान:पुलिस शराब पीकर वाहन चलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की तैयारी में है. रायपुर ट्रैफिक पुलिस डीएसपी सतीश कुमार ठाकुर ने कहा कि "ट्रैफिक पुलिस जल्द ही हाईटेक ब्रीथ एनालाइजर मशीन खरीदने जा रही है. इस मशीन के आने से शराब का सेवन कर वाहन चलाने वालों का कुछ दूर से ही पता लगाया जा सकेगा. ट्रैफिक पुलिस हाईटेक ब्रीथ एनालाइजर का इस्तेमाल करने जा रही है. जिससे बिना ब्रीथ एनालाइजर मुंह में डालें दूर से ही मशीन शराबी की पहचान कर लेगी. पुलिस वाहन चालक को कुछ दूरी से ही इस मशीन में फूंकने के लिए कहेगी और जैसे ही वाहन चालक इस मशीन पर फूंकेगा. मशीन तत्काल बता देगी कि वाहन चालक ने शराब पी रखी है या नहीं, यह मशीन वाहन चालक द्वारा सेवन किए गए अल्कोहल की मात्रा भी बता देगी."
सड़क हादसों में भी आ सकती है कमी:संभावना जताई जा रही है कि इस मशीन के आने से शराबियों के खिलाफ कार्रवाई करने में तेजी आएगी. इससे कुछ हद तक सड़क हादसों में भी कमी आ सकती है. क्योंकि ज्यादातर सड़क हादसे शराब के नशे में वाहन चलाने की वजह से होते हैं.