Unique Protest For Regularization: सावन में विद्या मितान अतिथि शिक्षकों का अनोखा प्रदर्शन, रुद्राभिषेक करके सरकार से नियमित करने की मांग
Unique Protest For Regularization नवा रायपुर के तूता प्रदर्शन स्थल पर छत्तीसगढ़ विद्या मितान अतिथि शिक्षक कल्याण संघ ने मोर्चा खोला है. शिक्षक कल्याण संघ प्रदेश सरकार से नियमितिकरण की मांग कर रहा है.
रुद्राभिषेक करके सरकार से नियमित करने की मांग
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Published : Aug 7, 2023, 7:54 PM IST
सावन में विद्या मितान अतिथि शिक्षकों का अनोखा प्रदर्शन
रायपुर : छत्तीसगढ़ विद्या मितान अतिथि शिक्षक कल्याण संघ ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला है. नियमितिकरण की मांग को लेकर सोमवार से अतिथि शिक्षक कल्याण संघ ने नवा रायपुर के तूता धरना स्थल पर प्रदर्शन शुरु किया है. विद्या मितान संघ का प्रदर्शन 13 अगस्त तक चलेगा.
रुद्राभिषेक करके सरकार के लिए मांगी सद्बुद्धि : आंदोलन के पहले दिन विद्या मितान अतिथि शिक्षक कल्याण संघ ने प्रदर्शन स्थल पर भगवान शिव का रुद्राभिषेक किया. इस दौरान भगवान भोलेनाथ से सभी अतिथि शिक्षकों ने नियमितिकरण करने की मनोकामना मांगी. इस रुद्राभिषेक और शिव पूजन में सैंकड़ों की संख्या में विद्या मितान अतिथि शिक्षक कल्याण संघ से जुड़े कार्यकर्ता भी शामिल हुए.इस दौरान अतिथि कल्याण शिक्षक संघ ने उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी.
आज भगवान भोलेनाथ का पार्थिव शिवलिंग बनाकर रुद्राभिषेक किया गया है. प्रदेश के मुखिया के लिए सद्बुद्धि प्रदान करने की मांग भगवान भोलेनाथ से की है. विद्या मितान अतिथि शिक्षक संघ ने इस प्रदर्शन की शुरुआत 7 अगस्त से की है, जो 13 अगस्त तक चलेगा. 15 अगस्त तक सरकार यदि नियमितीकरण की घोषणा नहीं करती तो आने वाले दिनों में छत्तीसगढ़ विद्या मितान अतिथि शिक्षक कल्याण संघ उग्र प्रदर्शन और आंदोलन करेगा. -धर्मेंद्र दास वैष्णव, विद्या मितान अतिथि शिक्षक
कब हुई थी विद्या मितानों की भर्ती ?:विद्या मितान अतिथि शिक्षक छत्तीसगढ़ के स्कूलों में कक्षा नवमी से 12 वीं तक की कक्षाओं में अपनी सेवाएं देते हैं. इन शिक्षकों की पोस्टिंग साल 2016 में की गई थी. पूरे प्रदेश में इनकी संख्या 1850 थी, लेकिन कुछ साल पहले 200 शिक्षकों को निकाल दिया गया है. जिसके कारण विद्या मितान अतिथि शिक्षकों में नाराजगी देखी जा रही है. साल 2018 में इनकी पोस्टिंग होने के बाद इनका पेमेंट 18 हज़ार रुपए था. साल 2023 के बजट सत्र में 2000 रुपए बढ़ाए जाने के बाद इनको सरकार 20 हजार रुपए सैलरी दे रही है.