Skin Infection In Monsoon: बारिश में हो सकते हैं त्वचा संबंधी रोग, ऐसे रखें अपने स्किन का ख्याल - स्किन इन्फेक्शन
Skin Infection In Monsoon मानसून आते ही स्वास्थ्य संबंधी कई तरह की परेशानियां बढ़ जाती है. लगातार बारिश से जगह जगह जलभराव और कीचड़ की समस्या होती है. जिससे लोग वायरल और फंगल इंफेक्शन के शिकार हो जाते हैं. लेकिन कुछ बातों को ध्यान में रखकर इंफेक्शन से बचा जा सकता है. Raipur News
त्वचा संबंधी रोग
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Published : Jul 24, 2023, 2:33 PM IST
त्वचा संबंधी रोग से ऐसे रखें ख्याल
रायपुर: बारिश का मौसम खुशनुमा तो होता है ही लेकिन इसके साथ ही कई तरह की परेशानियां भी लेकर आता है. बरसात का मौसम आते ही हर जगह बैक्टीरिया तेजी से पनपने लगते हैं. पानी और नमी में बैक्टीरिया के बढ़ने की संभावना सबसे ज्यादा होती है. जिससे बारिश में वायरल और फंगल समेत स्किन इंफेक्शन का खतरा बढ़ा जाता है.
बारिश में फंगल इन्फेक्शन का खतरा: स्किन रोग विशेषज्ञ डॉ भरत सिंघानिया का कहना है कि स्किन की प्रॉब्लम, जो बरसात के दिनों में सबसे ज्यादा होती है. उसमें खासकर फंगल इन्फेक्शन, त्वचा की बीमारी है. पसीना आने के कारण शरीर में लाल लाल चक्ते जैसे बन जाते हैं. जिसे फंगल इन्फेक्शन या दाद कहा जाता है. इसमें खुजली काफी ज्यादा होती है. यदि दवा नहीं लिया जाए, तो इसका साइज बढ़ता जाता है. जिससे पेशेंट डिप्रेशन में भी जा सकता है. इसके इलाज के लिए एंटी फंगल मेडिसिन दी जाती है. जिसे रेगुलर लेने पर यह बीमारी 1 से 2 महीने में पूरी तरह ठीक हो जाती है. इसमें काफी सावधानियां भी बरतनी पड़ती है.
बारिश में त्वचा संबंधी समस्या की वजह:बारिश के मौसम में नमी बढ़ जाती है. स्किन को इससे काफी प्रभाव पड़ता है. इस मौसम में काफी ज्यादा उमस होती है. त्वचा में नमी बने रहने के कारण खुजली, जलन जैसी समस्या होती है. इसके साथ ही बारिश के मौसम में एयरबोर्न एलर्जी जैसे पोलन, फफूंद बीजाणु के संपर्क में आने से त्वचा में खुजली लालिमा या दूसरी एलर्जी जैसी समस्या हो सकती. बारिश के पानी में जलन पैदा करने वाले तत्व भी होते हैं. जिसके संपर्क में आने से स्किन में केमिकल इन्फेक्शन होता है. बरसात के मौसम में बैक्टीरिया तेजी से विकसित होते हैं. इस वजह से बैक्टीरिया कई बीमारियों का मुख्य कारण होता है.