रायपुर:एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स और नेशनल इलेक्शन वाच ने देशभर के विधायकों को लेकर अपनी रिपोर्ट जारी की है. इस रिपोर्ट में विधायकों की संपत्ति, शिक्षा से लेकर उन पर दर्ज अपराध के आंकड़ों का विश्लेषण किया गया है. इस रिपोर्ट के मुताबिक विधानसभा में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने के मामले में छ्त्तीसगढ़ देश के बाकी राज्यों से काफी आगे है. यहां 18 परसेंट महिला विधायक हैं. छत्तीसगढ़ 90 विधायकों में 24 प्रतिशत विधायक दागी, यानी उन पर आपराधिक मामले दर्ज हैं. वहां संपत्ति की बात करें तो डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव छत्तीसगढ़ के सबसे अमीर विधायक हैं.
तीन उपचुनावों में कांग्रेस ने महिलाओं को दिया मौका: साल 2018 में 90 में से 13 सीटों पर महिलाओं ने बाजी मारी. कांग्रेस सरकार बनने के बाद से अब तक पांच उपचुनाव हुए. इनमें तीन उपचुनाव में कांग्रेस ने महिलाओं पर भरोसा जताया और तीनों ने ही जीत हासिल की. इस तरह अब महिला विधायकों की संख्या 13 से बढ़कर 16 हो गई है यानी कुल 18 परसेंट, जो बाकी के राज्यों की तुलना में सर्वाधिक है.
छत्तसीगढ़ की 16 महिला विधायक:अंबिका सिंहदेव (बैकुंठपुर), उत्तरी गणपत जांगड़े (सारंगढ़), रेणु जोगी (कोटा), अनिता शर्मा (धरसींवा), डा. लक्ष्मी ध्रुव (सिहावा), रंजना साहू (धमतरी), डा. रश्मि सिंह (तखतपुर), इंदू बंजारे (पामगढ़), शकुंतला साहू (कसडोल), संगीता सिन्हा (संजारी बालोद), अनिला भेड़िया (डौंडीलोहारा), ममता चंद्राकर (पंडरिया) और छन्नी साहू (खुज्जी) ने विधानसभा चुनाव 2018 में चुनकर आईं. वहीं देवती कर्मा ने दंतेवाड़ा उपचुनाव, यशोदा वर्मा ने खैरागढ़ उपचुनाव और सावित्री मंडावी ने भानुप्रतापपुर उपचुनाव में जीत दर्ज की.