Chhattisgarh Cow Dung Scam: छत्तीसगढ़ में गोबर घोटाले की गूंज, अमित मालवीय ने भूपेश बघेल से पूछा- 229 करोड़ रुपये का गोबर कहां है? - भूपेश बघेल पर गोबर घोटाले का आरोप
Gobar Scam In Chhattisgarh छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र में गोबर घोटाले की गूंज सुनाई दी. इस घोटाले में कथित तौर पर बीजेपी विधायक ने 229 करोड़ का घोटाला करने का आरोप लगा था. अब बीजेपी नेता अमित मालवीय ने ETV भारत की खबर का हवाला देते हुए भूपेश सरकार से गोबर घोटाले का हिसाब मांगा है.
छत्तीसगढ़ में गोबर घोटाले की गूंज
By
Published : Jul 24, 2023, 12:18 PM IST
रायपुर : छत्तीसगढ़ विधानसभा में जहां शराब घोटाला और कोल लेवी का मामला जोरदार तरीके से गूंजा.वहीं गोबर घोटाला मामले को लेकर बीजेपी विधायक सौरभ सिंह ने सरकार से जवाब मांगा था.वहीं अब इस मामले को लेकर बीजेपी लगातार सरकार पर हमलावर है.
भूपेश सरकार पर गोबर घोटाले का आरोप :बीजेपी नेता अमित मालवीय ने छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार से 229 करोड़ के गोबर घोटाले का हिसाब किताब पूछा है. अमित मालवीय ने ट्वीट करके प्रदेश सरकार को कटघरे में खड़ा किया है.आपको बता दें कि ETV भारत ने गोबर घोटाले से जुड़े प्रश्नकाल के सवाल और जवाब को जनता को दिखाया था.जिसके बाद अब बीजेपी कांग्रेस सरकार पर गोबर घोटाले का आरोप लगा रही है.
बीजेपी नेता अमित मालवीय ने ट्वीट करके सरकार को घेरा: अमित मालवीय के मुताबिक ''अगर 246 करोड़ की गोबर खरीदी हुई है और 17 करोड़ रुपये का गोबर पदार्थ बेचा गया, तो बचा हुआ 229 करोड़ रुपये का गोबर कहां है? इनके मंत्री को तो पता नहीं है. पूरा गोबर घोटाला कागज पर किया गया फर्जीवाड़ा है. उदाहरण के लिये यहां तीन ऐसी महिलाओं से 2 लाख 82 हजार किलो गोबर खरीदा गया. जो एक ही परिवार से हैं और उनके पास गाय ही नहीं है. और तो और उन्हें 5 लाख 65000 का भुगतान भी किया जा चुका है. अब आप समझ सकते हैं, सरकार ने कैसे गोबर खरीद के नाम पर घोटाला किया है. एक बात साफ है कि छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार गरीबों को, किसानों को ठग रही है. इतना ही नहीं, गरीबों को शराब की लत लगाकर बर्बाद भी कर रही है.''
क्या है बीजेपी का सवाल : इस मामले में बीजेपी ने सरकार से सिर्फ इतना पूछा है कि यदि सरकार ने गोबर जनता से 249 करोड़ में लेकर उससे उत्पाद बनाए तो सारे उत्पाद कहां है.सरकार का कहना है कि उन्होंने 17 करोड़ के उत्पाद बेचे हैं.ऐसे में बाकी के 229 करोड़ रुपए के गोबर का क्या हुआ.इस बात का जवाब सरकार नहीं दे पाई है.