रायपुर: यह मामला तेलीबांधा थाना क्षेत्र का है. टिकरापारा निवासी महमूद अंसारी ने शिकायत दर्ज कराई है. महमूद भिलाई स्टील प्लांट में लाइजनिंग का काम करता है. उसके मोबाइल नंबर पर 16 फरवरी 2022 को एक फोन आया. फोन करने वाले ने सुजाता जैन सिटी फाइनेंस मुंबई का कस्टमर मैनेजर होना बताया. कंपनी के जरूरतमंदों को लोन देने की जानकारी भी दी. महमूद को 17 लाख रुपये लोन की जरूरत थी.
ऐसे हुए ठगी के शिकार: महमूद अंसारी केसहमति देने पर लोन देने के लिए कागजात बनाने के लिए प्रक्रियाओं के बारे में जानकारी दी गई. उनकी बातों पर यकीन कर महमूद अंसारी ने आधार कार्ड, पैन कार्ड, चेक बुक और एक फोटो व्हाट्सएप कर दिया. सबसे पहले 4 हजार रुपये प्रोसेसिंग फीस के लिए दिया. उसके बाद अलग अलग चीज के नाम पर रुपये जमा करने बोला गया. कभी 20 हजार, कभी 15 हजार तो कभी 45 हजार. इस तरह अलग अलग किस्तों पर कुल 25 लाख 86 हजार 681 रुपए जमा व ट्रांसफर किया, लेकिन लोन नहीं मिला. इसके बाद महमूद अंसारी ने थाना पहुंचकर धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई है.
Raipur Loan Fraud Case: रायपुर में लोन दिलाने के नाम पर 26 लाख की ठगी - भिलाई स्टील प्लांट में लाइजनिंग का काम
भिलाई स्टील प्लांट में लाइजनिंग का काम करने वाले एक शख्स से लाखों की ठगी हुई है. लोन दिलाने के नाम पर पहले तो एक अज्ञात फोन कॉलर ने महमूद को झांसे में लिया. फिर किस्तों में करीब 26 लाख रुपये जमा करा लिए. महमूद की शिकायत पर पुलिस ने फोन करने वाले अज्ञात शख्स के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है.Liaising work in Bhilai Steel Plant
यह भी पढ़ें: Raipur Crime News खुद को एम्स का डॉक्टर बताकर वार्ड बॉय ने नर्स की लूटी आबरू, शादी डॉट काम से हुई थी मुलाकात
क्या कहते हैं अफसर:तेलीबांधा थाना प्रभारी उमेंद टंडन ने बताया कि "अज्ञान फोन धारक ने मुंबई की फाइनेंस कंपनी का हवाला देकर लोन दिलाने के नाम पर शिकायतकर्ता से ठगी की है. पुलिस बैंक अकाउंट और मोबाइल नंबर के जरिए आरोपी की पतासाजी में जुटी हुई है. पुलिस ने महमूद अंसारी की शिकायत के बाद 420 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है."