रायपुर:छत्तीसगढ़ में लगातार क्राइम का ग्राफ बढ़ता जा रहा है. बीते दिनों रेप, हत्या, ड्रग्स तस्करी और गोलीकांड सहित कई मामले सामने आए हैं. जिनमें पुलिस की लापरवाही को लेकर सवाल भी उठ रहे हैं. किसी केस में पुलिस ने पीड़ित लोगों की शिकायत ही दर्ज नहीं तो कहीं शिकायत के बाद भी जांच में तेजी न आ सकी और पीड़ित को न्याय मिलने का वक्त भी बढ़ता गया. इसके साथ ही ड्रग्स तस्करी की बात करें तो ड्रग्स पैडलर्स से राजनीतिक कनेक्शन होने की खबरें सामने आई. पुलिस की आंखों के सामने बड़ी संख्या में ड्रग्स माफिया अपने काले कारनामों को अंजाम देते रहे. कई दिन बीत जाने के बाद पुलिस ने अभियान चलाया तब जाकर आरोपियों तक पहुंचा जा सका. देखिए प्रदेश में क्राइम के 5 बड़े मामले.
नंबर 1 : केशकाल गैंगरेप और सुसाइड केस
कोंडागांव जिले के केशकाल में 2 महीने पहले एक युवती से दुष्कर्म की घटना हुई थी. जिसके बाद युवती ने आत्महत्या कर ली. पुलिस महानिदेशक डीएम अवस्थी के निर्देश पर मामले में पुष्टि कर जरूरी कार्रवाई करने के निर्देश दिये गए थे.
आरोप है कि 7 लोगों ने आदिवासी युवती को पहले शादी वाले घर से किडनैप किया था. फिर उसके साथ गैंगरेप किया. घटना के दो दिन बाद पीड़ित युवती ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली थी. दो महीने बाद भी केस दर्ज न होने से दुखी पीड़िता के पिता ने जान देने की कोशिश की थी. खबर दिखाए जाने के बाद कोंडागांव पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी ने तत्काल धनोरा थाना पहुंच कर मामले को संज्ञान में लिया गया और घटनास्थल पहुंच कर कार्रवाई शुरू की. कांकेर डीआईजी संजीव शुक्ला ने धनोरा थाना पहुंच कर घटना की जानकारी ली थी.
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कब्र से लड़की का शव निकालने के बाद भी पुलिस ने नहीं दर्ज की थी FIR
केशकाल एसडीओपी अमित पटेल ने बताया था कि मीडिया में खबर दिखाए जाने के बाद पुलिस और प्रशासन ने तहसीलदार उसैनी मानकर की मौजूदगी में लड़की के शव को कब्र से बाहर निकाला. कांकेर से पहुंची फॉरेंसिक टीम ने जांच की और शव को बिसरा लैब भेजा गया था. शव को परीक्षण के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र धनोरा में रखा गया था. धनोरा थाने में परिवार के सदस्यों से पूछताछ की गई, लेकिन उस दिन तक भी आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने FIR नहीं दर्ज किया था.
केशकाल गैंगरेप केस में राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने भी मामले को संज्ञान में लेते हुए एसपी से घटना की जानकारी मांगी थी. जिसके बाद घटना की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए पुलिस महानिदेशक पी.सुंदरराज ने 5 सदस्यीय SIT की टीम गठित की थी.
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कोंडागांव अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनंत कुमार साहू के नेतृत्व में गठित 5 सदस्यीय SIT की टीम ने कार्रवाई करते हुए घटना में संलिप्त आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. केस में फरार 2 आरोपियो में से एक आरोपी को कोंडागांव पुलिस ने बेमेतरा जिला के मक्खनपुर से गिरफ्तार कर लिया है. मामले में पहले पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था. धनोरा गैंगरेप मामले में अब तक 7 में से 6 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है. गिरफ्तार आरोपियों में से 3 आरोपी नाबालिग है. घटना की जानकारी छिपाने के आरोप में धनोरा के तत्कालीन टीआई रमेश शोरी को सस्पेंड कर दिया गया.
नंबर 2: कोंडागांव में लड़की की रहस्यमयी मौत का नहीं पता चला कारण
कोंडागांव: करारमेटा के कोकरालपारा में रहने वाली लड़की की 2 महीने पहले रहस्यमयी परिस्थितियों में मौत हो गई थी. घटनास्थल पर मृतका का फोन मिला लेकिन सिम गायब था. मोबाइल नंबर भी नहीं लग रहा था. पिता इसे सुसाइड मानने को तैयार नहीं हैं. मृतका की बड़ी बहन का कहना है कि घटना के पहले कोई लड़का उससे मिलने आया था. जिससे मामला उलझा हुआ नजर आ रहा है.
मृतका के पिता का कहना है कि उसकी बेटी रात को उठकर एक किलोमीटर दूर जाकर कैसे फांसी लगाएगी. सुबह लोगों के शोर मचाने और पुलिस को जानकारी देने के बाद उसका पोस्टमार्टम किया गया. पिता ने आरोप लगाया है कि फंदा देखकर आत्महत्या नजर नहीं आती है.
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हत्या के एंगल से जांच
इस मामले में एसडीओपी अमित पटेल का कहना था कि 5/20 के तहत मर्ग कायम हुआ है. पोस्टमार्टम में फांसी लगाकर आत्महत्या की बात सामने आई है. पोस्टमार्टम के लिए दो सदस्यीय मेडिकल टीम ने किया था. पीड़ित के परिवार से पूछताछ की जा रही है और विवेचना जारी है. मृतका की बहन को जिस युवक पर शक है, उसकी तलाश जारी है. पुलिस ने कहा कि अगर कोई दोषी पाया जाता है तो उस पर कार्रवाई होगी.
नंबर3: रायपुर क्वींस क्लब गोलीकांड केस
रायपुर: 27 सितंबर की रात राजधानी रायपुर के VIP रोड स्थित क्वींस क्लब में देर रात फायरिंग के केस में पुलिस ने बिल्डर और होटल संचालक सुबोध सिंघानिया के बेटे हर्षित सिंघानिया सहित सूरज शर्मा को गिरफ्तार किया था. जानकारी के मुताबिक लॉकडाउन के दौरान क्वींस क्लब में पार्टी का आयोजन किया था. पार्टी के दौरान दो गुटों में झड़प होने पर हितेश पटेल नाम के युवक ने गोली चलाई थी. पार्किंग में एक व्यक्ति के साथ झड़प होने पर हितेश पटेल ने हवा में फायरिंग की थी. जिसके तत्काल बाद पुलिस मौके पर पहुंची और हर्षित पटेल को गिरफ्तार कर पूछताछ में जुट गई थी. जानकारी के मुताबिक इस पार्टी में लड़कियां भी शामिल थीं.
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