रायपुर:कोरोना काल में बस और ट्रांसपोर्ट को बंद कर दिया गया था. पिछले 6 महीने से बस ड्राइवर और कंडक्टर का गुजारा नहीं हो रहा है. बुधवार को राजधानी रायपुर के बस स्टैंड में छत्तीसगढ़ बस कर्मचारी एकता संघ ने राज्य सरकार के खिलाफ एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया. बस ड्राइवर कंडक्टर का कहना है कि पिछले 6 महीने से लॉकडाउन की वजह से बसें नहीं चल रही थी और हमें घर चलाने में दिक्कत हो रही है. ड्राइवर ने बताया कि इस वजह से वे एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं, अगर हमारी मांग सरकार पूरी नहीं करती तो आगे आंदोलन करेंगे.
बस कर्मचारी संघ के संरक्षक शेख जाहिद का कहना है कि स्थिति इतनी खराब हो चुकी है कि बस ड्राइवर और कंडक्टर को दो वक्त की रोटी के लिए भी सोचना पड़ रहा है. ड्राइवर कंडक्टर का कोई रोजगार कोई व्यवसाय नहीं होने से परिवार के सामने भरण-पोषण की समस्या हो गई है. शेख जाहिद ने कहा कि सीएम भूपेश बघेल इतने वादे करते हैं लेकिन पाटन विधानसभा में लोग भुखमरी की हालत में हैं और उन्हें कोई देखने नहीं आ रहा. उन्होंने कहा कि भूपेश बघेल उन्हें नजरअंदाज कर चुके हैं. सीएम न तो उनसे से मिलते हैं और न उनकी मांगों को सुनते हैं. ड्राइवर और कंडक्टर ने सीएम पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे अपने घर को नहीं सुधार पा रहे तो पूरे प्रदेश को कैसे सुधरेंगे.