Private Schools Closed in Chhattisgarh : आज बंद रहेंगे छत्तीसगढ़ के प्राइवेट स्कूल, जानिए क्या है वजह ? - Chhattisgarh Private School Management Association
Private Schools Closed in Chhattisgarh छत्तीसगढ़ प्राइवेट स्कूल मैनेजमेंट एसोसिएशन ने आज स्कूल में तालाबंदी कर दी है. एसोसिएशन अपनी 8 सूत्रीय मांगों को लेकर कई बार सरकार से गुहार लगा चुका है.लेकिन कोई निर्णय होता नहीं देख अब स्कूल बंद कर दिए गए हैं. Chhattisgarh Private School Management Association
रायपुर : छत्तीसगढ़ के सभी प्राइवेट स्कूल 14 सितंबर को बंद रखे गए हैं. छत्तीसगढ़ प्राइवेट स्कूल मैनेजमेंट एसोसिएशन अपनी आठ सूत्रीय मांग को लेकर प्रदेश के सभी प्राइवेट स्कूलों को बंद रखने का निर्णय लिया है. इस फैसले के कारण सीबीएसई बोर्ड, स्टेट बोर्ड और एसएससी बोर्ड के स्कूलों में भी 14 सितंबर को पढ़ाई नहीं होगी.
आठ सूत्रीय मांगों को लेकर एसोसिएशन अड़ा :आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ प्राइवेट स्कूल मैनेजमेंट एसोसिएशन पिछले कुछ दिनों से अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहा है. इसी कड़ी में गुरुवार को स्कूल बंद रखने का निर्णय लिया गया है. इसके बाद भी लंबित मांगों को सरकार पूरा नहीं करती है, तो आने वाले दिनों में छत्तीसगढ़ प्राइवेट स्कूल मैनेजमेंट एसोसिएशन क्रमबद्ध तरीके से आंदोलन करेगी.
छत्तीसगढ़ प्राइवेट स्कूल मैनेजमेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष राजीव गुप्ता ने बताया कि गुरुवार 14 सितम्बर को प्रदेश के सारे स्कूल बंद रहेंगे. सीबीएसई बोर्ड स्टेट बोर्ड या फिर एसएससी बोर्ड के स्कूल हो. एसोसिएशन ने शिक्षा के अधिकार कानून के अंतर्गत 12 सालों से मिलने वाली राशि को बढ़ाने की मांग की है.इसके अलावा भी कई मांगें एसोसिएशन ने की हैं.
''सारे स्कूलों के खातों को पीएमएफएस में जोड़ा जाए. सरस्वती साइकिल योजना में बालिकाओं को वंचित कर दिया गया है, उनको भी साइकिल दी जाए. एससी एसटी ओबीसी स्कॉलरशिप की राशि को बढ़ाया जाए. इसके बाद भी सरकार इन मांगों को लेकर कोई पहल नहीं करती है, तो आगे चरणबद्ध आंदोलन की तैयारी की जाएगी."राजीव गुप्ता, अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ प्राइवेट स्कूल मैनेजमेंट एसोसिएशन
छत्तीसगढ़ प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन की आठ सूत्रीय मांगें
12 वर्षों से आरटीई की राशि में कोई वृद्धि नहीं की गई है. आरटीई की राशि प्राइमरी कक्षाओं में 7 हजार रुपए से बढ़कर 15 हजार रुपए किया जाए. माध्यमिक कक्षाओं में 11500 रुपये से बढ़कर 18000 रुपए, हाई स्कूल और हायर सेकेंडरी कक्षा में 15000 रुपये से बढ़कर 25000 रुपये तक किया जाए.
बसों की अवधि जो छत्तीसगढ़ में 12 वर्ष की है देश के अधिकांश राज्य में यह अवधि 15 वर्ष है. ऐसे में बसों की अवधि छत्तीसगढ़ में भी 15 वर्ष किया जाना चाहिए.
निजी स्कूलों में पढ़ने वाली बालिकाओं को भी सरस्वती साइकिल योजना का लाभ दिया जाए.
आरटीई की रुकी हुई मेंटनेंस राशि को जल्द स्कूल के खाते में ट्रांसफर किया जाए.
निजी स्कूलों के सभी खातों को पीएमएफएस के अंतर्गत पंजीकृत किया जाए.
यूनिफॉर्म की राशि 540 रुपए से बढ़कर 2000 रुपये किया जाए.
प्राइवेट स्कूल में पढ़ने वाले एसटी एससी ओबीसी वर्ग के स्टूडेंट को मिलने वाली प्री मैट्रिक और पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति की राशि को बढ़ाया जाए
प्राइवेट स्कूल के अध्यापकों को स्कूली शिक्षा में भर्ती पर बोनस अंक प्रदान किया जाए, जैसे आत्मानंद स्कूल के शिक्षकों को दिया जाता है.