रायपुर: छत्तीसगढ़ में डॉ खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना लागू है. इसके तहत 20 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज लोगों को दिया जाता है, लेकिन अब इस पर निजी अस्पतालों ने अपना विरोध शुरू कर दिया है. अस्पतालों का कहना है कि फरवरी महीने के बाद से ही उनको पेमेंट नहीं किया गया है. आयुष्मान योजना के तहत भी बचे हुए पेमेंट नहीं किए गए हैं, अगर ऐसा ही चलता रहा तो डॉ खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना अपने यहां लागू नहीं करेंगे.
आईसीएमआर के सदस्य डॉ राकेश गुप्ता ने बताया कि ऐसे कई इलाज है जिनका खर्च ज्यादा होता है और सरकार जो पैकेज उन्हें दे रही है वह काफी कम है. उन्होंने कई बार इसकी शिकायत की, लेकिन सिर्फ आश्वासन ही मिला. अगर ऐसा ही चलता रहा तो कई निजी अस्पताल बहुत जल्द बंद हो जाएंगे, इस पर सरकार को ध्यान देना चाहिए.
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि हम अपने स्तर पर प्रयास कर रहे हैं. हमने कई बार बात की बावजूद इसके अब तक कोई हल नहीं निकल पाया है. केंद्र में भी स्वास्थ्य विभाग से और मंत्री से बात करने की कोशिश की है. मैंने व्यक्तिगत रूप से बात की है लेकिन जो रेट यहां मांगा जा रहा है वह रेट केंद्र सरकार देने को तैयार नहीं है.