रायपुर: डॉक्टर और न्यूट्रिशनिस्ट कोरोना काल में लोगों को पोषक आहार लेने की सलाह दे रहे हैं. ये बातें कही जा रही हैं कि पोषक आहार लेने से कोरोना संक्रमण के दौर में स्वस्थ रहा जा सकता है. लोगों ने अपनी डाइट में फ्रूट्स को शामिल किया है. लेकिन लॉकडाउन ने फलों के दाम में बेतहाशा बढ़ोतरी की है. छत्तीसगढ़ की राजधानी बुरी तरह से कोरोना संक्रमण की चपेट में है. इंफेक्शन रोकने के लिए लॉकडाउन लगाया है. इससे फलों के दाम आसमान छू रहे हैं. मिडिल क्लास और गरीब लोग फ्रूट्स खरीदने से झिझकने लगे हैं.
लॉकडाउन में बढ़ी महंगाई
रायपुर में पिछले 9 अप्रैल से लगा लॉकडाउन 6 मई तक जारी है. दो बार लॉकडाउन बढ़ने के बाद अब तीसरी बार फिर से लॉकडाउन बढ़ने के संकेत प्रशासन ने दे दिए हैं. लेकिन कोरोना संक्रमण के बीच लगाया गया लॉकडाउन लोगों के लिए मुसीबत बनता जा रहा है. जिससे महंगाई की वजह से लोग रोजमर्रा की जिंदगी में इस्तेमाल होने वाली चीजों को भी नहीं खरीद पा रहे हैं. डॉक्टर शरीर में इम्यूनिटी पावर बढ़ाने के लिए ज्यादा से ज्यादा फल खाने की सलाह दे रहे हैं. लेकिन फलों के दाम आसमान छू रहे हैं. ऐसे में लोग फल खाए तो कैसे खाएं ? छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर की बात की जाए तो यहां लॉकडाउन के बीच फलों के दाम तेजी से बढ़े हैं.
लॉकडाउन के बाद बढ़े फलों के दाम
विक्रेता बताते हैं कि लॉकडाउन के पहले फल सस्ते थे. लेकिन लॉकडाउन लगते ही फलों के दाम काफी तेजी से बढ़े हैं. हालांकि पिछले एक-दो दिन की बात की जाए तो दामों में थोड़ी गिरावट आई है. लेकिन पहले की तुलना में जेब ज्यादा ढीली करनी पड़ रही है.
फल | पहले (रुपये में) | अब (रुपये में) |
सेब | 120-125 | 400 रुपये किलो |
केला | 40-50 | 100 रुपये दर्जन |
अंगूर | 60 | 160 रुपये किलो |
संतरा | 60 | 160 रुपये किलो |
अनार | 80 | 120 रुपये किलो |
आम | 60-70 | 140 रुपये किलो |