रायगढ़: प्रदेश में शराब बिक्री को लेकर राजनीति तेज है. पक्ष-विपक्ष दोनों का एक-दूसरे पर कटाक्ष जारी है. भाजपा नेता प्रदेश में शराबबंदी की मांग कर रहे हैं, वहीं कांग्रेस इसे भाजपा की दोहरी नीति बता रही है.
शराब बिक्री पर राजनीति तेज कांग्रेस का कहना है कि भाजपा शासित प्रदेशों में सबसे ज्यादा शराब की बिक्री हो रही है. रायगढ़ कांग्रेस जिला अध्यक्ष अनिल शुक्ला का कहना है कि भाजपा समझ नहीं पा रही है कि शराबबंदी का विरोध करें या समर्थन, क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश पर ही शराब बिक्री शुरू की गई है, जिसके तहत भाजपा शासित प्रदेश जैसे उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश में सबसे ज्यादा शराब की बिक्री हो रही है और छत्तीसगढ़ के भाजपा नेताओं की ओर से शराबबंदी की मांग की जा रही है.
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पूरे देश की गिरती अर्थव्यवस्था के मद्देनजर 4 मई से केंद्र सरकार ने शराब दुकान खोलने की अनुमति दी थी. छत्तीसगढ़ में भी लॉकडाउन के तीसरे फेज़ में मिली छूट के बाद शराब की दुकानें खोली जा रही है. जब से शराब की दुकानें खुली हैं, तब से बड़ी संख्या में लोग इसका विरोध कर रहे हैं. वहीं शराब दुकानें खोलने के विरोध की अलग-अलग तस्वीरें भी नजर आ रही है. लोग शराब पीने और खरीदने के लिए आधी रात से ही लाइन में लग जाते हैं. शराब दुकानों के बाहर काफी भीड़ भी देखने को भी मिल रही है.
शराबबंदी को लेकर जागरूकता की अपील
शराब दुकानों के खुलने के बाद से लोग अपने घरों से बिना किसी डर के निकल रहे हैं. शराब पीकर लोग सड़कों पर लॉकडाउन का उल्लंघन कर रहे हैं, साथ ही घरेलू हिंसा और अन्य अपराध भी बढ़ रहे हैं. दूसरी तरफ दुकानों के सामने तैनात पुलिस भी पोस्टर लगाकर शराब लेने पहुंचे लोगों को शराब पीकर गाड़ी नहीं चलाने के लिए जागरूक कर रही है.