रायपुर: छत्तीसगढ़ के चुनाव में पहले चरण का मतदान 7 नवंबर को है. इस दिन बस्तर की 12 सीटों पर भी वोटिंग होनी है. उससे पहले नगरनार स्टील प्लांट को लेकर सियासत चरम पर है. सीएम भूपेश बघेल और कांग्रेस शुरू से ही नगरनार स्टील प्लांट पर बीजेपी को घेरते आ रही है. कांग्रेस का आरोप है कि नगरनार स्टील प्लांट का निजीकरण किया जा रहा है. जबकि बीजेपी ने इन आरोपों की जगह नगरनार स्टील प्लांट को बस्तर की जनता के लिए फायदेमंद बताया है.
बीजेपी गिरगिट की तरह बदल रही रंग (BJP changes colors like a chameleon): सीएम भूपेश बघेल ने नगरनार स्टील प्लांट को लेकर कहा है कि बीजेपी इस मुद्दे पर गिरगिट की तरह रंग बदल रही है. लेकिन बस्तर की जनता काफी होशियार है. वह नगरनार स्टील प्लांट को किसी भी सूरत में नजी कंपनी के हाथ नहीं जाने देगी. मोदी सरकार ने पहले कहा छत्तीसगढ़ के किसानों का धान हम खरीदते हैं. 5 साल पहले नगरनार के बारे में बोले थे कि यह स्टील प्लांट निजी हाथों में नहीं जाएगा . उसके बाद प्रधानमंत्री के अध्यक्षता में जो वित्त समिति बनती है उसमें जो लिस्ट बनी उसमें नगरनार का नाम है. उसके लिए टेंडर की प्रक्रिया शुरू हो गई है. लोग जाकर निरीक्षण कर रहे हैं. पांच बड़ी कंपनियां जिसमें अडानी भी है. उनकी टीम भी नगरनार स्टील प्लांट का निरीक्षण कर चली गई है