छत्तीसगढ़ में महादेव सट्टा ऐप घोटाला पर गरमाई सियासत, सीएम के सलाहकार विनोद वर्मा ने बीजेपी नेताओं के घर भेजा मानहानि का नोटिस
Politics on Mahadev Satta App Scam छत्तीसगढ़ में इन दिनों महादेव सट्टा ऐप घोटाले पर सियासत हो रही है. लगातार इस घोटाले को लेकर बीजेपी के नेता भूपेश बघेल को घेरते नजर आ रहे हैं. इस बीच गुरुवार को सीएम के सलाहकार विनोद वर्मा ने प्रेसवार्ता कर बीजेपी नेताओं के घर मानहानी का नोटिस भेजने की जानकारी दी.
छत्तीसगढ़ में महादेव सट्टा ऐप घोटाला पर गरमाई सियासत
रायपुर:छत्तीसगढ़ में इन दिनों जहां एक ओर विधानसभा चुनाव का प्रचार जोरों पर है. वहीं दूसरी ओर महादेव सट्टा ऐप घोटाला मामले में भी सियासत जारी है. बीजेपी लगातार महादेव ऐप को लेकर बघेल सरकार पर हमला कर रही है. अब छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल के सलाहकार विनोद वर्मा ने बीजेपी नेताओं को मानहानि का नोटिस भेजा है. नोटिस के बाद सार्वजनिक माफी मांगने के बाद एफआईआर दर्ज कराने की भी बात कही है.
बीजेपी के तीन नेताओं को लीगल नोटिस: महादेव सट्टा एप घोटाला मामले में 508 करोड़ रुपए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को दिए जाने की बात कही जा रही है. मामले में सीएम के सलाहकार के नाम को भी उछाला जा रहा है. इसके बाद मुख्यमंत्री के सलाहकार ने भाजपा नेताओं को लीगल नोटिस भेजा है. गुरुवार को कांग्रेस प्रदेश कार्यालय में मुख्यमंत्री के सलाहकार विनोद वर्मा ने प्रेसवार्ता कर बताया कि बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और मीडिया विभाग के संयोजक सिद्धार्थ नाथ सिंह, प्रदेश प्रवक्ता केदार गुप्ता और अनुराग अग्रवाल को कानूनी नोटिस भेजा गया है. नोटिस के बाद माफी मांगने के साथ ही सार्वजनिक रूप से बयान वापस लेने की बात कही गई है. ऐसा नहीं करने पर हम इन नेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराएंगे.
क्या कहते हैं सीएम के सलाहकार: प्रेस वार्ता के दौरान मुख्यमंत्री के सलाहकार विनोद वर्मा ने कहा कि, "भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय और प्रदेश प्रवक्ताओं की एक सोची समझी चाल है. राजनीतिक लाभ के लिए वर्मा को विनोद वर्मा बना दिए. कल मेरे वकील ने बीजेपी नेताओं को कानूनी नोटिस भेजा है. नोटिस के बाद माफी मांगनी होगी और सार्वजनिक रूप से बयान वापस लेना होगा. अगर ऐसा बीजेपी नेता नहीं करते हैं तो फिर एफआईआर दर्ज कराई जाएगी. शुभम सोनी का भारतीय जनता पार्टी ने वीडियो दिखाकर एक्सप्रेस वार्ता में भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सिद्धार्थ नाथ सिंह और प्रदेश प्रवक्ता केदार गुप्ता और अनुराग अग्रवाल शामिल होते हैं. इन तीनों ने मिलकर अपने आप नतीजा निकल लिया और वर्मा को विनोद वर्मा बता दिया. छत्तीसगढ़ प्रदेश में लाखों वर्मा है. ऐसे में यह कैसे साबित होगा कि वह वर्मा विनोद वर्मा ही है. ईडी ने प्रेस नोट भी जारी कर दिया और बताया कि महादेव सट्टा एप का 508 करोड रुपए भूपेश बघेल को दिया गया है. इस बयान का सच क्या है, इस बात की जांच होनी बाकी है. लेकिन भारतीय जनता पार्टी ने इसे राजनीतिक मुद्दा बना दिया है."
एक व्यक्ति के बयान पर विनोद वर्मा के घर पर छापा पड़ता है. एक व्यक्ति के बयान पर मुख्यमंत्री के खिलाफ राजनीतिक मुहिम छेड़ दी जाती है. ऐसे में उन अपराधियों का क्या जो नेताओं के साथ खड़े होकर फोटो खिंचवा रहे हैं. रवि उप्पल, राहुल उप्पल, असीम दास जैसे लोगों के फोटो के साथ भाजपा के नेता भी दिखाई पड़ रहे हैं.-विनोद वर्मा, सीएम के सलाहकार
बता दें कि छत्तीसगढ़ में इन दिनों महादेव सट्टा ऐप घोटाले पर लगातार बयानबाजी हो रही है. मामले में सीएम बघेल का नाम भी जुड़ रहा है. इस पर सीएम बघेल के सलाहकार विनोद वर्मा ने बीजेपी नेताओं के घर मानहानी का नोटिस भेजा है. वहीं, इस मामले में अब तक बीजेपी की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.