रायपुर: प्रदेश में इन दिनों मौतों पर राजनीति जारी है. वर्तमान और पूर्व सरकारें एक-दूसरे से मौतों का हिसाब मांग रही हैं. जहां एक तरफ बीजेपी ने वर्तमान की कांग्रेस सरकार से पिछले 5 महीने में डीकेएस में हुए 1000 मौतों का हिसाब मांगा है, तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस ने पलटवार करते हुए भाजपा शासनकाल में मेकाहारा में हुई लगभग 46,450 मौतों का हिसाब देने को कहा है.
कुछ दिन पहले भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता और पूर्व विधायक श्रीचंद सुंदरानी ने कांग्रेस की मौजूदा भूपेश सरकार को निशाने पर लेते हुए आरोप लगाया था कि पिछले 5 महीनों में प्रदेश की राजधानी रायपुर के डीकेएस अस्पताल में 1000 मौतें हुई हैं, जिसके जवाब में कांग्रेस नेता संजीव अग्रवाल ने आरटीआई से प्राप्त जानकारी के आंकड़े मीडिया के सामने पेश करते हुए जवाब दिया है कि, 'श्रीचंद सुंदरानी पहले अपने गिरेबान में झांकें और तब मौजूदा भूपेश सरकार पर झूठे और मनगढ़ंत आरोप लगाएं.'
कांग्रेस ने बीजेपी पर लगाया बड़ा आरोप
संजीव अग्रवाल ने कहा कि, 'असलियत यह है कि भाजपा के शासनकाल में छत्तीसगढ़ प्रदेश में सन 2005 से लेकर 2018 तक 46,450 मौतें भीमराव अंबेडकर अस्पताल में हुई हैं.' संजीव अग्रवाल ने कहा कि, 'प्रदेश के सबसे बड़े अंबेडकर अस्पताल में इलाज की ऐसी दुर्दशा भाजपा के शासनकाल में थी. कुल 13 साल मै 5,70,857 मरीज भर्ती होने के लिए आये थे उनमें से 46,450 मरीजों की मौत हो जाती है.'
बीजेपी नेताओं पर जेब भरने का आरोप
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि पिछले 15 सालों में भीमराव अंबेडकर अस्पताल को न दवाई दी, न मशीनें दी. उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में सिर्फ भाजपा के नेताओं ने अपनी अपनी जेब भरीं अभी सिर्फ डीकेएस हॉस्पिटल की जांच हो रही है, अगर छत्तीसगढ़ सरकारी अस्पतालों की जांच हो जाए, तो आंकड़े कुछ और होंगे.
सुंदरानी पर भी साधा निशाना
संजीव अग्रवाल ने कहा कि पिछले 5 साल में भाजपा के प्रवक्ता व पूर्व विधायक श्रीचंद सुंदरानी भी अंबेडकर अस्पताल में अपनी चौपाल लगाकर बैठते थे, उन पांच सालो में ही मौत का आंकड़ा 25,653 है. अग्रवाल ने सुंदरानी पर आरोप लगाया कि वे सिर्फ राजनीति करने अंबेडकर हॉस्पिटल जाते थे और चौपाल लगाकर डॉक्टर को परेशान करते थे क्योंकि ये हॉस्पिटल उनके क्षेत्र में आता है. कांग्रेस ने भाजपा पर लाश पर राजनीति करने का आरोप लगाया है.
उन्होंने आरोप लगाया कि पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रमन सिंह के दामाद डॉ पुनीत गुप्ता के भी डीकेएस अस्पताल में भ्रष्टाचार के मामले की कलई खुल रही है, इस पर उनका क्या कहना है ? कांग्रेस ने कहा कि भाजपा फर्जी आंकड़े पेश करने की बजाए अगर अच्छे से काम की होती तो 2018 में 15 साल के शासन के बदले महज 15 सीटें न आतीं.
सुंदरानी ने किया पलटवार
वहीं श्रीचंद सुंदरानी ने आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस से अपनी सरकार नहीं चल रही है और आरोप दूसरों पर लगा रहे हैं. सुंदरानी ने कहा कि जनता का कांग्रेस से कुछ ही महीनों में मोहभंग हो गया है और इसका परिणाम लोकसभा चुनाव में देखने को मिला है. सुंदरानी ने यह भी आरोप लगाया कि मेकाहारा में 1 दिन में मात्र तीन पोस्टमार्टम किया जा रहा है, जबकि यहां पोस्ट मार्टम के लिए पहुंचने वाले शवों की संख्या बहुत ज्यादा है.
आरटीआई से मिली जानकारी के अनुसार अंबेडकर अस्पताल में हुई मौतों के आंकड़ों पर एक नजर डाल लेते हैं-
- साल 2005 में 1738 लोगों की जान गई.
- साल 2006 में 1847 लोगों की मौत.
- साल 2007 में 2290 मौतें.
- साल 2008 में 2437 लोगों की मौत.
- साल 2009 में 1727 मौतें.
- साल 2010 में 2638 लोगों की मौत.
- साल 2011 में 2316 मौतें.
- साल 2012 में 2696 लोगों की मौत.
- साल 2013 में 3063 मौतें.
- साल 2014 में 3183 लोगों की मौत.
- साला 2015 में 4996 लोगों की गई जान.
- साल 2016 में 5523 लोगों की मौत.
- साल 2017 में 5769 मौतें.
- साल 2018 में 6182 लोगों की गई जान.
- मौत की कुल संख्या 46450