रायपुर: WRS मैदान में होने वाला दशहरा समारोह कई वर्षों से सियासी शक्ति प्रदर्शन का मंच बना हुआ है. राज्यपाल, मुख्यमंत्री समेत कई बड़े नेता इस समारोह में शिरकत करते हैं. साल दर साल समारोह की भव्यता भी बढ़ी है. इस कार्यक्रम में हजारों की तादाद में लोग रावण दहन और आतिशबाजी का आनंद लेने पहुंचते हैं.
सियासी तस्वीर बदली तो बदल गए दशहरा समिति के चेहरे बड़ी भीड़ के सामने नेता को मंच से लोगों को प्रभावित करने की कोशिश करते है. पिछले कई साल से पूरे आयोजन के कर्ता-धर्ता पूर्व मंत्री राजेश मूणत हुआ करते थे लेकिन राज्य में बदली सियासी तस्वीर के बीच इस दशहरा समिति से भी राजेश मूणत की छुट्टी कर दी गई है.
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कांग्रेसी नेताओं ने बनाई नई समिति
WRS दशहरा उत्सव समिति से राजेश मूणत सहित बीजेपी समर्थित सदस्यों को भी बाहर कर दिया गया है. अब उनकी जगह विकास उपाध्याय सहित कांग्रेसी नेताओं ने ले ली है. स्थानीय कांग्रेसी नेताओं की बनाई नई समिति ने रावण के सिर की पूजा की और दशहरे का आगाज किया.
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जिम्मेदारी विधायक विकास उपाध्याय के कंधों पर
मूणत की जगह उनके विरोधी विकास उपाध्याय ने समिति की बागडोर संभाली है. शहर के इस बड़े आयोजन को सफलतापूर्वक संपन्न कराना मूणत के लिए सियासी टॉनिक का काम किया करता था. इस बार आयोजन को सफल बनाने की जिम्मेदारी विधायक विकास उपाध्याय के कंधों पर है. कार्यक्रम के दौरान WRS मैदान में विधायक विकास उपाध्याय ,कुलदीप जुनेजा, सहित स्थानीय कांग्रेसी नेता मौजूद रहे.