रायपुर:राजधानी केईदगाह भाठा, स्वीपर कॉलोनी, मंगल बाजार और चंगोराभाठा समेत कुछ इलाके पीलिया की चपेट में हैं. जिसके बाद नगर निगम द्वारा सप्लाई किए जाने वाले पानी की जांच कराई गई. जांच में पानी दूषित पाया गया. जिसके कारण दूसरे इलाकों में भी पीलिया फैलने का खतरा मंडराने लगा है.
इसके बाद से पीलिया को लेकर सतर्कता बरती जा रही है. बीमारी से बचने के लिए लोगों को साफ पानी पीने की सलाह दी गई है. संभागीय संयुक्त संचालक डॉ. सुभाष पांडे और रायपुर और शहरी कार्यक्रम प्रबंधकों ने राजधानी में पीलिया प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लिया.
बता दें कि शहर के ईदगाह भाठा, स्वीपर कॉलोनी, मंगल बाजार और चंगोराभाठा में बीते दिनों दूषित पेयजल के कारण पीलिया फैला हुआ है. पीलिया के संदिग्ध 197 लोगों की जांच की गई. इनमें से 49 रिपोर्ट पॉजिटिव पाए गए हैं. वहीं पीलिया के 8 मरीजों को जिला अस्पताल और 3 मरीजों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खोखोपारा में भर्ती कराया गया है.
संभागीय संयुक्त संचालक ने दी लोगों को सलाह
संभागीय संयुक्त संचालक रायपुर ने सभी को स्वच्छ पेयजल के उपयोग की सलाह दी है, साथ ही पानी के शुद्धिकरण के लिए पानी को 20 मिनट तक उबालकर ठंडा करके पीने की सलाह दी है. इसके साथ-साथ 20 लीटर पानी में एक क्लोरिन की दवा डालकर 30 मिनट बाद उपयोग करने की सलाह दी गई है.
दिए गए ये निर्देश
शहरी स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत प्रभावित क्षेत्रों में स्वास्थ्य शिविर का आयोजन कर पीलिया के लक्षण पाए गए लोगों का निःशुल्क रक्त परीक्षण किया जा रहा है. प्रभावित क्षेत्रों से मिले पीलिया के संभावित मरीजों को शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र खोखोपारा में भर्ती कराकर ग्लूकोज की ड्रिप चढ़ाए जाने और जरूरत के मुताबिक खान-पान की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं. राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन रायपुर की ओर से प्रभावित क्षेत्रों में पीलिया की रोकथाम के लिए प्रचार-प्रसार भी किया जा रहा है.
कैसे होता है पीलिया
पीलिया हेपेटाइटिस 'ए' या हेपेटाइटिस 'सी' वायरस के कारण फैलता है. पीलिया शरीर के कई अंगों को अपना शिकार बनाता है. इस रोग में पाचन तंत्र सही ढंग से काम नहीं करता है और शरीर का रंग पीला पड़ जाता है. समय पर इलाज नहीं मिलने पर रोगी की मौत भी हो जाती है.