रायपुर: प्रदेश में कोरोना वायरस से हालात बिगड़ने और 21 दिनों का लॉकडाउन लगने के बाद से लोगों ने घर से निकलना बंद कर दिया है. इस वजह से लोग खुद से रक्तदान करने नहीं निकल रहे हैं. शहर के ब्लड बैंक ग्रुप संचालक का कहना है कि लॉकडाउन के बाद लोगों ने रक्तदान नहीं किया है.
Covid 19: घर से नहीं निकल रहे ब्लड डोनर, लगाए जा सकते रक्तदान शिविर
शहर के ब्लड बैंक ग्रुप में डोनर कम हो गए हैं. कोरोना का संक्रमण नहीं फैले, इसे देखते हुए अस्पतालाें और सामाजिक संस्थाओं की ओर से लगाए जाने वाले रक्तदान शिविर भी बंद हैं.
वहीं संक्रमण के मद्देनजर अस्पतालाें और सामाजिक संस्थाओं की ओर से लगाए जाने वाले रक्तदान शिविर भी बंद हैं. हालांकि आपातकालीन स्थिति से लड़ने के लिए राजधानी में पर्याप्त मात्रा में ब्लड है, लेकिन संक्रमण होने के डर से लोग इसे लेने भी कम पहुंच रहे हैं. अस्पतालों में इमरजेंसी और ऑपरेशन के लिए ब्लड का उपयोग किया जा रहा है.
लाॅकडाउन में 50 प्रतिशत कम हुई ब्लड की मांग
लॉकडाउन होने से लोगों में डर है कि उन्हें जरूरत पड़ने पर खून मिलेगा या नहीं. इन दिनों लोगों ने खुद से ब्लड देना बंद कर दिया. वर्तमान में सभी ग्रुप में 300 यूनिट बल्ड है. वहीं इस समय ब्लड की खपत कम हो गई है. आम दिनाें में रोज 35 से 40 यूनिट ब्लड देते हैं, अभी मुश्किल से 15 यूनिट दे रहे हैं. लाॅकडाउन में ब्लड लेने की मांग में 50 प्रतिशत कमी आई है. शहर के सभी ब्लड बैंक में पर्याप्त मात्रा में ब्लड मौजूद है.
मेकाहारा में रोज 30 यूनिट खून की हो रही खपत
कोरोना वायरस की वजह से मेकाहारा प्लांट में सर्जरी नहीं हो रही है. अस्पताल की मीडिया प्रभारी शुभ्रा सिंह ने बताया कि लॉकडाउन से अस्पताल में ब्लड की मांग में कमी आई है. पहले 50 से अधिक यूनिट खून की खपत होती थी, इन दिनों 30 के आसपास यूनिट ब्लड का उपयोग हो रहा है. उनका कहना है कि सिकलसेल, थैलेसीमिया समेत अन्य रोग जिसमें शरीर को रक्त की आवश्यकता होती है, उनके लिए पर्याप्त मात्रा में ब्लड है. यहां ब्लड लेने के लिए डोनर को लाना होता है. लॉकडाउन में लाेग रक्तदान नहीं कर रहे, ऐसे में आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए अस्पताल ने सभी ब्लड वालिंटियर को सूचित कर दिया गया है. जरूरत होने पर वे रक्तदान करेंगे. अस्पताल में लोगों की मांग के अनुसार वर्तमान में ब्लड मिल रहा है.
शहर में दिनभर 200 यूनिट की मांग
शहर के विभिन्न ब्लड फाउंडेशन भी लोगाें को सही वक्त पर रक्त उपलब्ध कराने में जुटा हुआ है. आम दिनों में शहर में हर दिन एक हजार से अधिक यूनिट ब्लड की आवश्यकता होती थी, लेकिन इन दिनों इसकी मांग 200 यूनिट हो गई है. सबसे अधिक मेकाहारा और रामकृष्ण अस्पताल में ब्लड की जरूरत देखने को मिलती है. वर्तमान में ब्लड के लिए 6-7 लोग कॉल कर रहे हैं. आम दिनों में इसकी संख्या 20 से अधिक रहती है. लोगों को जल्द खून उपलब्ध कराने के लिए डोनर भी संपर्क में हैं.
हजार की संख्या में हैं डोनर
सिटी ब्लड बैंक में सभी ग्रुप का पर्याप्त मात्रा में खून मिल सकता है. यहां ब्लड में कमी नहीं होगी. ग्रुप बताते हैं कि हजारों की संख्या में डाेनर संपर्क में हैं, जो आपातकालीन स्थिति में खून देने पहुंच सकते हैं. लॉकडाउन में ब्लड डोनेट करने पहुंचने वालों के लिए लेटर लिखवा लिया जाता है, ताकि वह पुलिस को घर से बाहर निकलने पर इसे दिखा सकें.