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छत्तीसगढ़ के युवाओं में बढ़ी विदेश जाने की चाहत, 6 साल में ढाई लाख लोगों ने बनवाया पासपोर्ट

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Published : Dec 19, 2022, 9:38 PM IST

छत्तीसगढ़ियों में अब विदेश जाने की रुचि बढ़ रही (Chhattisgarh youth Interest in going abroad) गई है. इस बात की गवाही पासपोर्ट कार्यालय से मिले आंकड़े दे रहे हैं. 2017 से लेकर अब तक ढाई लाख से अधिक लोगों ने पासपोर्ट बनवाया है. हालांकि कोरोना की वजह से पिछले 2 साल तक पासपोर्ट बनवाने वालों की संख्या में काफी कमी थी, लेकिन हालात के सामान्य होते ही लोग बेहतर रोजगार और शिक्षा अर्जित करने के लिए विदेशों की ओर रुख कर रहे हैं. इसके लिए क्षेत्रीय पासपोर्ट दफ्तर में थोक के हिसाब से आवेदन आ रहे हैं. Raipur latest news

going abroad has increased among peoples of Raipur
युवाओं में बढ़ी विदेश जाने की रुचि

छत्तीसगढ़िया में सात संमदर पार जाने की चाहत बढ़ी

रायपुर: रायपुर पासपोर्ट विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक सैकड़ों की संख्या में रोजाना आवेदन आ रहे हैं. प्रदेश में सर्वाधिक आवेदन राजधानी रायपुर (going abroad has increased among peoples of Raipur) से आ रहे हैं. यहां हर माह ढाई सौ से 300 लोगों के द्वारा आवेदन किया जाता है. दूसरे स्थान पर दुर्ग संभाग से औसतन 50, बिलासपुर से करीब 45, अंबिकापुर से 35 और नक्सल प्रभावित बस्तर संभाग से 25 से 30 आवेदन पासपोर्ट के लिए आते हैं. अधिकारियों की मानें तो जगदलपुर में एयरपोर्ट के शुरू होने के बाद वहां से आवेदनों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है. Raipur latest news

कोरोना की वजह से कम आए आवेदन:क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी सुनीता पुरोहित ने बताया कि "पिछले 2 साल तक कोरोना काल के चलते पासपोर्ट बनाने वालों की संख्या में कमी देखी गई है. 2020 में 20736 और 2021 में 26896 लोगों ने पासपोर्ट बनवाए हैं. पिछले 6 सालों की तुलना की जाए, तो इन 2 सालों में सबसे कम पासपोर्ट बनाए गए हैं. जैसे ही कोरोना का संक्रमण समाप्त हुआ, फिर से आवेदनों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है. हजारों की संख्या में पासपोर्ट बनाए गए हैं." Passport applications increased in Chhattisgarh

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ढाई लाख से अधिक लोगों के बने पासपोर्ट:क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी सुनीता पुरोहित कहती हैं कि "पासपोर्ट एक ऐसा डॉक्यूमेंट है, जो एक छोटे क्षेत्र से भी यदि कोई व्यक्ति आगे बढ़ना चाहता है. रोजगार या हायर स्टडी के लिए बाहर जाना चाहता है, तो इसके माध्यम से वह विदेश जा सकता है. यह खुशी की बात है कि हमारे छत्तीसगढ़ के लोगों में भी पासपोर्ट बनाने और विदेश जाने की ललक बढ़ी है. पासपोर्ट बनाने वालों की संख्या दिनों दिन बढ़ती जा रही है. 2007 में पासपोर्ट कार्यालय (passport office) खुला. उस समय 1000 का आंकड़ा भी पार करना बहुत मुश्किल था. लेकिन पिछले 6 साल की बात करें तो ढाई लाख से अधिक लोगों ने पासपोर्ट बनवाया है. वहीं पुलिस क्लीयरेंस सर्टिफिकेट भी पिछले 6 सालों में 36 सौ से अधिक बनाए गए हैं. दिन प्रतिदिन ये संख्या बढ़ती जा रही है. ज्यादातर स्टूडेंट पासपोर्ट बनवा रहे हैं. इसमें विदेश में पढ़ाई के लिए, तो वहीं नौकरी के लिए जाने वाले छत्तीसगढ़ के युवक पासपोर्ट बनवा रहे हैं."

2017 से 2022 तक जारी पासपोर्ट के आंकड़े:

वर्ष पासपोर्ट पीसीसी
2017 46337 543
2018 56010 692
2019 56456 578
2020 20736 296
2021 26896 507
2022 40860 1064

क्या होता है पीसीसी सर्टिफिकेट? :क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी सुनीता पुरोहित बताती हैं कि "पीसीसी सर्टिफिकेट 'पुलिस क्लीयरेंस सर्टिफिकेट' होता है. ज्यादातर वर्क परमिट और वीजा के लिए उपयोग किया जाता है. खास तौर पर कनाडा या अन्य देशों में पीसीसी की अनिवार्यता होती है. वह पासपोर्ट कार्यालय से हम लोगों की ओर से जारी किया जाता है. हाल ही में इसके लिए बहुत अच्छी शुरुआत की गई है. अब पोस्ट ऑफिस पासपोर्ट सेवा केंद्र में भी पीसीसी सर्टिफिकेट जारी किए जा रहे हैं, जो सुविधा पिछले महीने से मिलनी शुरू हो गई है. पहले लोगों को रायपुर आना पड़ता था, लेकिन अब उन्हें पोस्ट ऑफिस पासपोर्ट सेवा केंद्र से ही पीसीसी सर्टिफिकेट मिल जाएगी."



पासपोर्ट बनाने के लिए यह दस्तावेज जरूरी:पासपोर्ट बनाने की बहुत ही नॉर्मल प्रक्रिया है. पहले ऐसा लगता था कि पासपोर्ट बनाना एक जटिल प्रक्रिया है, बल्कि ऐसा नहीं है. यह बहुत आसान हो गया है. सिर्फ कुछ डाक्यूमेंट्स लगते हैं. जिसमें जन्म प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र, आधार कार्ड और पैन कार्ड अनिवार्य है. इसमें एक मार्कशीट की भी आवश्यकता होती है, जिसमें डेट ऑफ बर्थ का होना अनिवार्य है.

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