रायपुर:प्रदेश में बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए एक के बाद एक प्रदेश के अधिकांश जिलों में टोटल लॉकडाउन लगा दिया गया है. इस लॉकडाउन में यात्री बसों का संचालन प्रदेश में लगभग पूरी तरह से बंद हो गया. ऐसे में ETV भारत की टीम राजधानी के पंडरी बस स्टैंड पहुंची और वहां मौजूद कुछ यात्रियों से बात की. उन्होंने बताया कि कुछ तो रोजी-रोटी की तलाश में एक राज्य से दूसरे राज्य जा रहे हैं और कुछ अपने काम छोड़कर अपने घरों को वापस हो रहे हैं. कई यात्रियों को छत्तीसगढ़ के जिलों में लगे लॉकडाउन की जानकारी नहीं थी. जिसके कारण वे भटक रहे हैं.
बस स्टैंड में भटक रहे यात्री
अप्रैल महीने में छत्तीसगढ़ में बढ़े कोरोना संक्रमण को देखते हुए प्रदेश के कई जिलों में टोटल लॉकडाउन लगा दिया गया. जिसकी वजह से यात्री बसों का संचालन लगभग पूरी तरह से बंद हो गया है. लेकिन राजधानी के पंडरी बस स्टैंड में कुछ जगहों पर जाने वाली यात्री बसों का संचालन अभी भी हो रहा है. जहां पर सैकड़ों यात्री अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए भटक रहे हैं.
दूसरे राज्यों से वापस आ रहे प्रवासी
भटक रहे कुछ ऐसे ही यात्रियों से ETV भारत की टीम ने बात की तो उन्होंने बताया कि कुछ तो कमाने खाने और रोजी रोटी की तलाश में एक राज्य से दूसरे राज्य जा रहे हैं. वहीं कुछ यात्री दूसरे राज्यों से अपने राज्य वापस लौट रहे हैं. कई यात्रियों ने बताया कि छत्तीसगढ़ में लगे लॉकडाउन की जानकारी उनको नहीं थी. जिसके कारण उन्हें राजधानी रायपुर के बस स्टैंड में भटकना पड़ रहा है.
25 जिलों में कोरोना के मद्देनजर लॉकडाउन
छत्तीसगढ़ में अप्रैल महीने में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को देखते हुए प्रदेश के 28 में से 25 जिलों में लॉकडाउन लगा हुआ है. कई जिलों में लॉकडाउन बढ़ा भी दिया गया है. इस लॉकडाउन में अति आवश्यक सेवाओं को छोड़कर अन्य सेवाओं को पूरी तरह से बंद रखा गया. इस लॉकडाउन में एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन में आने जाने वाले यात्रियों को कोरोना गाइडलाइन के तहत कोरोना टेस्ट की नेगेटिव रिपोर्ट दिखाना अनिवार्य किया गया है. इसके बाद ही यात्रियों को यात्रा की अनुमति होगी.