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कहीं नेताजी का इंतजार, कहीं बदइंतजामी की मार, ऐसा रहा पहले दिन का धान तिहार

छत्तीसगढ़ में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी का तिहार मंगलवार से शुरू हो गया है. इसके लिए प्रदेश भर में 2305 धान खरीदी केंद्र बनाए गए हैं. इस साल 257 नए केंद्रों की भी शुरुआत की गई है. समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी 1 दिसंबर से 31 जनवरी 2021 तक और मक्का की खरीदी 1 दिसंबर से 31 मई 2021 तक करने के निर्देश दिए गए हैं. धान खरीदी के पहले दिन कुछ केंद्रों में किसानों को परेशानी भी हुई.

धान तिहार
धान तिहार

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Published : Dec 1, 2020, 9:01 PM IST

Updated : Dec 2, 2020, 7:05 PM IST

रायपुर : छत्तीसगढ़ के किसानों का इंतजार आखिरकार खत्म हुआ. 1 दिसंबर से छत्तीसगढ़ में धान खरीदी शुरू हो गई है. धान बेचने के लिए सुबह से ही किसानों की लाइन खरीदी केंद्रों पर लगी. खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने धरसींवा विकासखंड के कुम्हारी गांव के खरीदी केंद्र में पूजा कर धान खरीदी की शुरुआत की.

ऐसा रहा पहले दिन का धान तिहार

धमतरी

धमतरी में तराजू-बाट और धान की पूजा के बाद धान खरीदी शुरू हुई. जिले में 89 केंद्र बनाए गए हैं. इस बार 1 लाख 11 हजार किसानों ने 1 लाख 19 हजार हेक्टेयर रकबे का पंजीयन कराया है. जिले में इस साल 41 लाख क्विंटल धान खरीदी का टारेगट है. इस बार धान खरीदी में करीब 80 प्रतिशत छोटे और सीमांत किसानों को प्राथमिकता के आधार पर पहले टोकन दिया गया है.

धान तिहार धमतरी

सूरजपुर

सूरजपुर के रामनगर में कांग्रेस प्रवक्ता रामकृष्ण ओझा ने धान खरीदी केंद्र में पूजा कर धान खरीदी शुरू कराई. इस साल जिले में 9 नए धान खरीदी केंद्र बनने से किसान खुश नजर आ रहे हैं. इस बार 19 लाख क्विंटल धान खरीदी का टारगेट है.

धान तिहार सूरजपुर

गरियाबंद

धान खरीदी के पहले दिन गरियाबंद जिले में अधिकारी-कर्मचारी एक्टिव नजर आए. अलग-अलग धान खरीदी केंद्रों में उनकी ड्यूटी लगाई गई है. धान खरीदी केंद्रों के रखरखाव और व्यवस्थाओं को लेकर काफी सख्ती बरती जा रही है.

धान तिहार गरियाबंद

कोरिया

कोरिया में धान खरीदी केंद्र के शुभारंभ पर पहुंचे सरगुजा विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष और विधायक गुलाब कमरो ने किसानों का धान खुद तौला. गुलाब कमरो ने भरतपुर, सोनहत, चैनपुर में धान खरीदी केंद्र पहुंचकर धान खरीदी का शुभारंभ किया.

धान तिहार कोरिया
  • 33 उपार्जन केंद्रों में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी
  • 24,426 पंजीकृत किसानों से धान की खरीदी
  • 5,802 किसानों के लिए उपार्जन केंद्रों में सभी व्यवस्था

बिलासपुर

बिलासपुर के सभी धान खरीदी केंद्रों में अव्यवस्थाओं के बीच धान खरीदी शुरू हो गई है. जिले के मोपका समेत तमाम धान संग्रहण केंद्रों से पुराने धान का उठाव अबतक नहीं हो पाया है. जिससे किसान परेशान हैं.

धान तिहार बिलासपुर
  • 1 लाख 5 हजार 535 किसानों का किया गया पंजीयन
  • करीब 47 लाख क्विंटल धान खरीदी का लक्ष्य
  • 6 नए धान खरीदी केंद्र बनाए गए
  • धान खरीदी केंद्रों में 456 चबूतरे का निर्माण
  • धान की अवैध आवक रोकने के लिए जिला उड़नदस्ता टीम का गठन

सरगुजा

सरगुजा में पंजीकृत किसानों के टोकन काटने वाला सॉफ्टवेयर धान खरीदी के पहले ही दिन बंद रहा. किसानों को इंतजार करना पड़ सकता था, लेकिन समिति ने वैकल्पिक व्यवस्था के तहत, रजिस्टर में नाम दर्ज करना शुरू कर दिया. धान खरीदी केंद्रों में सुबह जब टोकन काटने के लिये कंप्यूटर ऑन किया गया तो पता चला की 1 दिन में महज 200 क्विंटल धान का ही टोकन काटने का लिमिट सॉफ्टवेयर में सेट है, लिहाजा उच्चाधिकारियों से इसकी शिकायत की गई. टोकन काटना बंद कर साफ्टवेयर में मेंटेनेंस का कम शुरू किया गया.

धान तिहार सरगुजा

गौरेल पेंड्रा मरवाही

गौरेला पेंड्रा मरवाही में दोपहर 12 बजे तक धान खरीदी शुरू नहीं हो पाई. किसान घंटों तक उद्घाटन करने वाले नेता का इंतजार करते रहे..

छत्तीसगढ़ सरकार ने इस बार ऐतिहासिक धान खरीदी का दावा किया है. इस बार 90 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी का लक्ष्य रखा गया है. प्राथमिक सोसायटियों का विस्तार किया गया है. नए खरीदी केंद्र बनाए गए हैं. राज्य में करीब 260 नए धान उपार्जन केंद्र खोले गए हैं. सीमावर्ती जिलों की सीमा से लगे 33 खरीदी केंद्रों में विशेष निगरानी रखने के निर्देश दिए हैं.

धान तिहार गौरेल पेंड्रा मरवाही

छत्तीसगढ़ में 1 दिसंबर से 31 जनवरी 2021 तक धान खरीदी करने और 1 दिसंबर से 31 मई 2021 तक मक्का की खरीदी करने के निर्देश दिए हैं. प्रदेश में 2 हजार 305 धान खरीदी केंद्रों में समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी की जा रही है. राज्य सरकार की किसान हितैषी नीतियों से खेती-किसानी छोड़ चुके 2 लाख से ज्यादा किसान खेतों की ओर लौटे हैं. जिससे खेती के रकबे में वृद्धि हुई है.

2 लाख 49 हजार से ज्यादा किसानों ने कराया पंजीयन

  • साल 2020-21 में पिछले साल की तुलना में 2 लाख 49 हजार से ज्यादा किसानों ने धान बेचने के लिए पंजीयन कराया है.
  • इस साल समर्थन मूल्य पर धान बेचने के लिए कुल 21 लाख 29 हजार 764 किसानों ने पंजीयन कराया है.
  • धान का रकबा 27 लाख 59 हजार 385 हेक्टेयर से ज्यादा है.
  • 2 सालों में धान बेचने वाले किसानों का रकबा 19.36 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 22.68 लाख हेक्टेयर और किसानों की संख्या 12 लाख 6 हजार बढ़कर 18 लाख 38 हजार हो गई है.
  • रकबे में 3 लाख 32 हजार हेक्टेयर और समर्थन मूल्य पर धान बेचेने वाले किसानों की संख्या में 6.32 लाख बढ़ोतरी हुई है.
  • धान की खरीदी शुरू होने से किसान बेहद खुश हैं. लेकिन समिति के संचालक का कहना है कि साफ्टवेयर में दो सौ क्विंटल की लिमिट सेट होने की वजह से उन्हें और किसानों को समस्या हुई है.
Last Updated : Dec 2, 2020, 7:05 PM IST

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