रायपुर: साल 2020 अब खत्म होने को है. ये साल बुरी यादों के लिए याद रखा जाएगा. छत्तीसगढ़ में भी कई ऐसी घटनाएं हुईं, जिन्होंने सबका ध्यान अपनी तरफ खींचा. कभी योजनाएं, तो कभी नक्सल घटनाएं समाचार जगत की सुर्खियां बनीं.
योजनाएं, जो सुर्खियां बन गईं...
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल - 15 जनवरी को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ राज्य कौशल विकास को लेकर एक रोजगार मोबाइल ऐप 'रोजगर संगी' लॉन्च किया.
- 10 फरवरी CM बघेल ने राज्य के 28 वें जिले के रूप में गौरेला-पेंड्रा-मरवाही का उद्घाटन किया.
- फसल उत्पादन को प्रोत्साहित करने और किसानों को सही कीमत देने के लिए 21 मई को राजीव गांधी किसान न्याय योजना लॉन्च किया गया.
- 25 जून पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए “गोधन न्याय योजना” की घोषणा की गई. इसके जरिए किसानों से एक निश्चित दर पर गाय के गोबर की खरीद की जा रही है.
- 9 अगस्त को 'इंदिरा वान मितान योजना' का शुभारंभ की घोषणा की. यह छत्तीसगढ़ के वनवासियों को समर्थन देने की पहल है.
- 5 अगस्त को तेंदू पत्ता संग्राहकों के लिए 'शहीद महेंद्र कर्म तेंदूपत्ता संघर्ष सामाजिक सुरक्षा योजन' शुरू की गई.
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नक्सल घटनाओं ने देश का खींचा ध्यान
- साल का सबसे बड़ा नक्सली हमला मार्च के महीने में हुआ. 22 मार्च को हुए मुठभेड़ में 15 जवानों की मौत हुई थी. मुठभेड़ के बाद से जवान अंधेरे के कारण गायब थे. सुबह होते-होते जवानों के शव बरामद होने लगे. एक के बाद एक 17 जवानों के शव बरामद किए गए. 5 एसटीएफ और 12 DRG के जवान शहीद हुए थे. घटना के बाद पूरा छत्तीसगढ़ मातम में डूब गया था.
- 30 अगस्त 2020 धमतरी पुलिस ने घोरागांव के जंगल मे गोबरा एलओएस कमांडर रवि उर्फ सन्नु को मुठभेड़ में मार गिराया था.
- चार सितंबर को नक्सलियों ने लीलांज के पास पेड़ गिराकर रास्ता जाम किया था दो नवंबर 2020 को नक्सलियों ने उजरावन सरपंच की पति नीरेश कुमार कुंजाम की हत्या कर दी थी
- साल भर नक्सली और जवानों के बीच मुठभेड़ होती रही. साल के अंतिम दिनों तक यह जंग चल रही है. 30 दिसंबर को भी एक जवान नक्सल IED की चपेट में आने के कारण घायल हुआ है.
- इस साल लोन वर्राटू अभियान भी कामयाब रहा. कई इनामी और सक्रिय नक्सलियों ने अभियान से प्रभावित होकर मुख्य धारा से जुड़ने का फैसला किया. 200 से ज्यादा नक्सलियों ने समर्पण किया है. लोन वर्राटू गोंडी शब्द है जिसका अर्थ 'घर वापस आइए'. इस अभियान से ग्रामीणों को जोड़ने पुलिस ने आत्मसमर्पण के फायदे के बैनर पोस्टर के साथ ही नक्सलियों के नामों की लिस्ट भी जिले के हर गांव पंचायत में लगाई है.
नशे के कारोबार के खिलाफ अभियान
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अपराध और कार्रवाई
- छत्तीसगढ़ पुलिस ने इस साल नशे के कारोबार पर गहरा प्रहार किया है. राजधानी और न्यायधानी के अलावा प्रदेश के कई जिलों से गांजा और अवैध शराब के मामलों पर कार्रवाई की गई है.
- कोकिन, ब्राउन शुगर, नशीली दवा बेचने वालों पर भी शिकंजा कसा गया है. अफीम बेचने वाले तस्कर भी गिरफ्त में आए. नशीली दवा तस्करों के खिलाफ अभियान के दौरान 12 प्रकरण दर्ज किए गए.
- जांजगीर-चांपा जिले के बलौदा क्षेत्र से 6 साल के बच्चे के अपहरण मामले में पुलिस ने अभियान चलाकर देवगांव से बालक को सुरक्षित बरामद किया मुख्य आरोपी राजा कुर्रे को गिरफ्तार किया. कारोबारी प्रवीण सोमानी का आठ जनवरी की शाम छह बजे अपहरण हो गया था. पुलिस ने आठ विशेष टीम का गठन किया तथा 1500 किलोमिटर ले अधिक दुरी के सीसीटीवी फुटेज को खंगालकर बिहार निवासी अनिल चौधरी से पुछताछ और अपरीधी का पता लगाया था.
- मंदिर हसौद स्थित ग्राम सिवनी के फार्म हाउस मे ताश पत्ती से जुआ चल रहा था रायपुर पुलिस को मुखबिर से सुचना मिली पुलिस ने छापामार कर सात गिरफ्तार कर 26 लाख नो हजार तीन सौ रुपये बरामद किए थे. दुर्ग पुलिस ने विषेश अभियान चलाकर जिले में एक हफ्ते कार्रवाई की थी. जिसमें लाखों रुपए बरामद किए गए.
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आपदा प्रबंधन ने दिखाई ताकत
- रतनपुर क्षेत्र के खुंटाघाट स्थित डेम में अधेड़ रातभर पानी के तेज बहाव में फंसा रहा इस पर सुचना मिलते ही पुलिस की टीम सक्रिय हो गई. नगर सेना की आपदा प्रबंधन टीम को उसे निकालने के लिए लगाया. इसके बाद भी सफलता नहीं मिलने पर रायपुर से सेना का हेलिकॉप्टर मंगाकर युवक को एयरलिफ्ट किया.
खुंटाघाट स्थित डेम से रेसक्यू - मस्तूरी क्षेत्र के रिस्दा गांव में फंसे 60 ग्रामीणों को नगरसेना की आपदा प्रबंधन टीम की मदद से ट्यूब की रस्सी से बाहर निकाला.
- लंबे समय से लापता 100 से अधिक बच्चों को ढूंढ निकाला गया. पुलिस के सामने सालों से लापता बच्चों को ढंूढने की चुनौती थी. पुलिस ने अभियान चला कर इस साल 100 से अधिक मामलों मे रिकवरी की है.
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नाबालिग बच्चियों से अपराध की घटनाएं बढ़ीं
- छत्तीसगढ़ में इस साल विभिन्न जिलों से नाबालिग बच्चियों से रेप, शादी का झांसा देकर अपहरण, रेप के बाद हत्या जैसी घटनाएं सामने आईं. बलरामपुर और केशकाल की घटनाओं ने ध्यान खींचा. रेप के मामले अब भी नहीं थमे हैं. आए दिन ऐसे मामले दर्ज किए जा रहे हैं.
- रेप के मामलों पर छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष किरणमयी नायक ने एक विवादित बयान दिया. जिसके बाद छत्तीसगढ़ में विरोध की लहर उठ गई. कई संगठनों ने पुतला दहन किया. नेताओं ने बयान की निंदा की. किरणमयी नायक ने कहा था कि 'ज्यादातर लड़कियां सहमति से संबंध बनाती हैं, फिर रेप का केस दर्ज कराती हैं.
छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष किरणमयी नायक