Sickle Cell Anemia: राष्ट्रीय सिकलसेल एनीमिया उन्मूलन मिशन की पीएम मोदी करेंगे शुरुआत, छत्तीसगढ़ के सभी जिले शामिल - सिकलसेल एनीमिया
सिकलसेल एनीमिया को दूर करने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज राष्ट्रीय सिकलसेल एनीमिया उन्मूलन मिशन की शुरुआत करेंगे. इसके तहत साल 2047 तक देश से सिकलसेल को खत्म करने का लक्ष्य रखा गया है. देश के 17 राज्यों के 278 जिलों में यह मिशन संचालित किया जाएगा. प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव भी वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए कार्यक्रम से जुड़ेंगे.
राष्ट्रीय सिकलसेल एनीमिया उन्मूलन मिशन
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Published : Jun 27, 2023, 7:59 AM IST
रायपुर:प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मध्यप्रदेश के शहडोल में राष्ट्रीय सिकलसेल एनीमिया उन्मूलन मिशन का शुभारंभ करेंगे. राष्ट्रीय सिकलसेल एनीमिया उन्मूलन मिशन में छत्तीसगढ़ के सभी 33 जिलों को शामिल किया गया है. प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव रायपुर के हमर अस्पताल से वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए कार्यक्रम से जुड़ेंगे. इस दौरान हमर अस्पताल में स्वास्थ्य मंत्री द्वारा स्थानीय लाभार्थियों को सिकलसेल जेनेटिक स्टेटस कार्ड का वितरण किया जाएगा.
सिकलसेल एनीमिया उन्मूलन मिशन का उद्देश्य: सिकलसेल मुक्त भारत के लिए केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय सिकलसेल एनीमिया उन्मूलन मिशन की शुरुआत करने जा रही है. इसका उद्देश्य सिकलसेल रोग से होने वाली गंभीर स्वास्थ्य चुनौतियों का समाधान करना है. यह मिशन साल 2047 तक सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या के रूप में सिकलसेल को खत्म करने में अहम भूमिका निभाएगा.
देश के 17 राज्यों के 278 जिलों में होगा संचालित:केंद्र सरकार ने इसी साल आम बजट 2023 में सिकल सेल मिशन की घोषणा की थी. इसे देश के 17 राज्यों के 278 जिलों में संचालित किया जाएगा. गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान, मध्यप्रदेश, झारखंड, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, तमिलनाडु, तेलंगाना, आंध्रप्रदेश, कर्नाटक, असम, उत्तरप्रदेश, केरल, बिहार और उत्तराखंड को राष्ट्रीय सिकलसेल एनीमिया उन्मूलन मिशन में शामिल किया गया है.
फ्री चिकित्सकीय जांच और इलाज की मिलेगी सुविधा: राष्ट्रीय सिकलसेल एनीमिया उन्मूलन मिशन के तहत विकासखंडवार लोगों को सिकलसेल के प्रति जागरूक करने का काम किया जाएगा. इसके तहत देश के 17 राज्यों में मौजूद सात करोड़ से अधिक रोगियों को इस मिशन का लाभ मिलेगा. रोग की इसी चेन को तोड़ने के लिए स्वास्थ्य टीमें हर ग्राम पंचायत में घर-घर जाकर सिकलसेल के कारण और बचाव के उपाय बताएंगे. साथ ही जरूरी चिकित्सकीय जांच और इलाज भी निशुल्क मुहैया कराई जाएगी.