रायपुर:लोकसभा के बाद तीन तालाक बिल राज्यसभा में पास हो गया है. बिल के पक्ष में 99 और विरोध में 84 वोट पड़े हैं. वहीं प्रदेश के मुस्लिम समाज के प्रमुखों ने इस बिल को गलत ठहराया है.
तीन तलाक बिल को मुस्लिम समाज ने ठहराया गलत मुस्लिम समाज ने धर्मगत मामला बताते हुए तीन तलाक बिल को गलत ठहराया है. साथ ही कहा कि ट्रिपल तलाक मुस्लिम समाज का निर्णय है जिसे सरकार बदल रही है. 70 साल पहले डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने जो संविधान बनाया था उस संविधान को बदला जा रहा है. इसे पूरी तरह से मुस्लिम समाज ने राजनीति करार दिया.
सरकार को बेरोगारी, शिक्षा और स्वास्थ्य पर बिल लाना चाहिए
मुस्लिम समुदाय ने कहा कि 'सरकार को अगर किसी तरह का बिल या विधेयक लाना है तो बेरोजगारी, शिक्षा और स्वास्थ्य की समस्या के समाधान के लिए लाए. लेकिन सरकार ने ऐसा नहीं किया जिससे मुस्लिम समाज के द्वारा नकारा जा रहा है'.
'बढ़ेगी समस्याएंं'
इस बिल को लेकर मुस्लिम समाज का कहना है कि 100 साल में एक मुस्लिम परिवार में 2 से 3 तलाक हुए हैं जो अन्य समाज की तुलना में काफा कम है. सरकार ने इस बिल को लाकर औरतों की जिंदगी बर्बाद करने और आवारा बनाने वाला बिल पास किया है. तीन तलाक के इस बिल ने मुस्लिम समाज की समस्याओं को सुलझाने के बजाए बढ़ा दिया है.