रायपुर:छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मोहला मानपुर में बीजेपी कार्यकर्ता की हत्या पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि भाजपा मोहला मानपुर में अपने कार्यकर्ता की हत्या को टारगेट किलिंग बता रही है. छत्तीसगढ़ पुलिस की जांच से विपक्षा दल संतुष्ट नहीं है तो वह एनआईए से इसकी जांच करा सकते हैं.
मोहला मानपुर मर्डर की जांच एनआईए से कराए भाजपा: भाजपा के दावे पर सवाल उठाते हुए, बघेल ने कहा, "पिछली बार जब उन्होंने आरोप लगाया था कि भाजपा कार्यकर्ताओं को निशाना बनाया जा रहा है और मारा जा रहा है, तो मैंने उनसे कहा था कि उनकी संतुष्टि के लिए घटनाओं की जांच एनआईए से कराई जाए. एनआईए को सिफारिश की भी जरूरत नहीं है. भाजपा विधायक भीमा मंडावी की अप्रैल 2019 में नक्सली हमले में हत्या कर दी गई थी. जिसकी जांच छत्तीसगढ़ पुलिस कर रही थी, लेकिन केंद्र ने एनआईए को जांच के लिए भेजा. सीएम ने कहा कि उन्हें लगता है कि मोहला-मानपुर की घटना एक टारगेट किलिंग है तो उन्हें इसकी जांच एनआईए से करानी चाहिए.
जिस तरह से ईडी और आईटी यहां घूम रहे हैं, एनआईए भी आ सकती है. एनआईए को कौन रोकेगा. जांच, तथ्यों के आधार पर की जानी चाहिए. चाहे जांच सरकार, राज्य पुलिस या एनआईए करें, सच्चाई सामने आनी चाहिए- भूपेश बघेल, मुख्यमंत्री, छत्तीसगढ़
सत्ता के लिए भाजपा नेताओं की हो रही हत्या:भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव सोमवार को मोहला मानपुर के सरखेड़ा पहुंचे और मृतक ताराम के परिजनों से मिले. उन्होंने आरोप लगाया कि यह घटना न केवल एक टारगेट किलिंग है बल्कि सत्ता हासिल करने के लिए एक राजनीतिक हत्या है. साव ने कहा कि राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता हिंसा में बदल रही है तो राज्य सरकार चुप बैठी है. साव ने दावा किया कि ताराम ने स्थानीय प्रशासन को अपनी जान को खतरे के बारे में बताया था लेकिन उसे सुरक्षा नहीं दी गई.