रायपुर:छत्तीसगढ़ में रेल संकट के विरोध में गुरुवार को अजीत जोगी युवा मोर्चा के कार्यकताओं ने रायपुर में रेलमंत्री सहित छत्तीसगढ़ के 11 सांसदों का पुतला फूंका. इस दौरान भारी संख्या में जोगी कांग्रेस के कार्यकर्ता विरोध करते नजर (Jogi Congress burns effigy of Railway Minister in Raipur) आए.
जोगी कांग्रेस ने रेल मंत्री का पुतला फूंका मजदूरों को हो रही परेशानी: प्रदर्शन के दौरान अजित जोगी युवा मोचा के अध्यक्ष प्रदीप साहू ने कहा, "कोयला परिवहन के नाम पर पिछले लगभग चार महीने से रेल मंत्रालय छत्तीसगढ़ से गुजरने वाली लगभग सभी प्रमुख ट्रेनों को निरंतर रद्द कर रही है, जिससे प्रदेश के 15 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं. शादी-ब्याह, खेती-किसानी के सीजन में ट्रेनों के आये दिन रद्द होने से आम जनता में खासा नाराजगी है. रोजी-रोटी कमाने को ग्रामीण क्षेत्र के मजदूरों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है."
जनता में खासा नाराजगी:साहू ने कहा, " छत्तीसगढ़ देश का सबसे बड़ा कोयला उत्पादक राज्य है. बदले में रेल मंत्रालय ही छत्तीसगढ़ के लोगों के साथ सौतेला व्यवहार कर रहा है. रेल संकट पर चुप्पी साधने और चिट्ठी लिखकर खानापूर्ति करने वाले छत्तीसगढ़ के कांग्रेस और भाजपा के 11 सांसदों के निक्कम्मेपन के खिलाफ जनता में रोष है. आखिर इन सांसदों को जनता ने दिल्ली में पुतला बनकर बैठने नहीं बल्कि छत्तीसगढ़ के हित और अधिकारों के लिए आवाज उठाने को चुना है."
यह भी पढ़ें:रायपुर में ट्रेनें हो रही कैंसिल, यात्री परेशान, ये है वजह
रेल मंत्रालय को करना चाहिए निराकरण:प्रदीप साहू ने कहा, " राज्य सरकार केंद्र पर दोष डालकर अपना पल्ला नहीं झाड़ सकती. मुख्यमंत्री और पूरा मंत्रिमंडल दस दिनों से दिल्ली में अपने नेता को सवाल पूछने पर सड़कों पर धरना प्रदर्शन कर सकता है तो रेल संकट पर रेल मंत्रालय का घेराव क्यों नहीं? केंद्र सरकार की असंवेदनशीलता और राज्य सरकार की निष्क्रियता का खामियाजा छत्तीसगढ़ की आम जनता को भुगतना पड़ रहा है. रेल संकट का मुद्दा किसी दल का नहीं बल्कि यह छत्तीसगढ़वासियों के रोजमर्रा जीवन से जुड़ा मुद्दा है. प्रदेश के सभी जनप्रतिनिधियों को एक साथ मिलकर दिल्ली कूच करना चाहिए. रेल मंत्रालय में बैठकर रेल संकट का निराकरण करना चाहिए."