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VIDEO: मिलिए विश्व के 14वें नंबर के 'स्ट्रॉन्गेस्ट मैन' से, चुटकी बजाते ही करते हैं बड़े-बड़े कारनामें

रविवार को रायपुर प्रेस क्लब में आयोजित कार्यक्रम में मनोज कुमार चोपड़ा ने अपने हैरतअंगेज कारनामों से लोगों का दिल जीत लिया. मनोज ने देश में 100 कार्यक्रम किए हैं. साथ ही अब तक लगभग 200 जेलों में उन्होंने अपने कारनामे और करतब दिखाए हैं.

मनोज कुमार चोपड़ा

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Published : Aug 18, 2019, 9:57 PM IST

रायपुर: आज हम आपको एक ऐसे व्यक्ति से मिलवाएंगे जो मिनटों में कार पलट देता है. चुटकी बजाते ही लोहे की रॉड मोड़ देता है, जिसकी ताकत की लोग मिशाल देते हैं. हम बात कर रहे हैं राजधानी रायपुर के रहने वाले मनोज कुमार चोपड़ा की. मनोज विश्व के 14वें नंबर पर स्ट्रॉन्गेस्ट मैन के रूप में अपनी पहचान बना चुके हैं. इन्होंने अब तक कई कारनामें दिखाए हैं. मनोज अब तक विश्व के 200 शहरों में अपना कारनामा दिखा चुके हैं.

विश्व के 14वें नंबर के 'स्ट्रॉन्गेस्ट मैन'

रविवार को रायपुर प्रेस क्लब में आयोजित कार्यक्रम में मनोज ने अपने हैरतअंगेज कारनामों से लोगों का दिल जीत लिया. उन्होंने प्रेस कल्ब में अपनी कला का प्रदर्शन करते हुए हॉट वाटर ब्लेंडर में फूंक मारकर उसे गुब्बारे की तरह फोड़ने, 1000 पेज की बुक को हाथ में लेकर बीच से फाड़ने, लोहे की रॉड को मिनटों में चटकाने, रोटी बनाने वाले तवे को फोल्ड करने वाले और अकेला कार को पलटने का कारनामा दिखाया है. उन्होंने अमेरिका जैसे देश में 100 कार्यक्रम किए हैं. साथ ही अब तक लगभग 200 जेलों में उन्होंने अपने कारनामे और करतब दिखाए हैं.

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4 करोड़ यूथ को नशे के प्रति किया जागरूक
मनोज एक मोटिवेशनल स्पीकर भी हैं. उन्होंने नशे के खिलाफ भी कई स्पीच दिए हैं. उन्होंने 4 करोड़ यूथ को नशे के प्रति जागरूक किया है. उन्होंने 1990 से 96 तक बेंगलुरु में ट्रैवलिंग का काम किया, लेकिन यह काम उनको पसंद नहीं आया, जिसके बाद वह फिर से रायपुर आ गए. सन् 1996 में वर्ल्ड स्ट्रांगेस्ट मैन कंप्टीशन देख रहे थे. इस दौरान उनको टीवी में हिंदुस्तान का झंडा दिखाई नहीं दिया जिसे देखकर उन्हें बुरा लगा और उन्होंने मन में ठान ली कि हिंदुस्तान का झंडा उनको ही बुलंद करना होगा.

विश्व में पहले नंबर के स्ट्रांगेस्ट मैन के रूप में पहचान बनाने का है सपना
इसके बाद उन्होंने वर्कआउट करना शुरू कर दिया और पहली बार साल 2004 में कनाडा में वर्ल्ड स्ट्रांगमैन कंप्टीशन में भाग लिया और कई हैरतअंगेज कारनामे दिखाकर लोगों का दिल जीत लिया. इस कंप्टीशन में उन्होंने विश्व में 14वां रैंक हासिल किया. उन्होंने साल 1986 से 1991 तक रायपुर नगर निगम में अपनी शक्ति और कला का प्रदर्शन वेटलिफ्टिंग और पॉवर लिफ्टिंग द्वारा अपनी कला को निखारा, जिसके लिए उन्हें रायपुर नगर निगम की ओर से भी पुरस्कृत किया गया था. उनकी इच्छा है कि वह विश्व में पहले नंबर के स्ट्रांगेस्ट मैन के रूप में अपनी पहचान बनाए. इसके लिए वे पहले से और ज्यादा मेहनत करने के साथ ही वर्कआउट भी कर रहे हैं. उनकी उम्र 50 साल हो चुकी है.

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