रायपुरः रेलवे से जारी आदेश के मुताबिक अनाधिकृत वेंडरों का काम बंद हो चुका है. जिसके कारण वेंडर्स को आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इस आदेश से देशभर के करीब दो लाख वेंडर मजदूरों के सामने परिवार चलाने की परेशानी आ गई है.
वर्दी और पहचान पत्र की मांग को लेकर वेंडर मजदूर संघ का प्रदर्शन
भारतीय रेल वेंडर मजदूर संघ ने बूढ़ापारा में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया. मजदूर संघ का कहना है कि रेल मंत्रालय के आदेश के कारण प्रदेश के दो हजार वेंडर बेरोजगार हो चुके हैं.
रायपुर के बूढ़ा तालाब पर धरना प्रदर्शन करते हुए भारतीय रेल वेंडर मजदूर संघ ने मांग की है कि सभी वेंडर्स को खाद्य पदार्थ बेचने का लाइसेंस के साथ पहचान पत्र और वर्दी दिया जाए. जिससे यात्री संतुष्टि के साथ उनसे खाने-पीने का सामान खरीद सकें.
कई वेंडर हो गए हैं बेरोजगार
संघ का एक प्रतिनिधि मंडल ने डीआरएम भवन में प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और रेलमंत्री के नाम का एक ज्ञापन सौंपा है. जिसमें वर्दी, आईडी और लाइसेंस की मांग की गई है. संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि छत्तीसगढ़ में दो हजार से ज्यादा वेंडर रेलवे में अपनी सेवाएं दे रहे हैं, लेकिन इस फैसले से सभी काम बंद है. जिससे वेंडर्स को अब आर्थिक परेशानियां का सामना करना पड़ रहा है.