रायपुर: गर्मी का सीजन आते ही कभी आइसक्रीम की दुकानों में लोगों की भीड़ उमड़ा करती थी, बच्चे हों या जवान सभी को आइसक्रीम के लिए गर्मी का बेसब्री से इंतजार रहता था, लेकिन अब यह आइसक्रीम गोदामों में पड़ी हुई है. कोरोना वायरस के मद्देनजर हुए लॉकडाउन ने आइसक्रीम के धंधे पर तगड़ी चोट की है. आज आइसक्रीम की बड़ी-बड़ी दुकानें और बड़े-बड़े गोडाउन बंद पड़े हैं.
गर्मी के सीजन में बाजारों में आइसक्रीम की 70 से 80% सेल होती है, लेकिन कोरोना वायरस के चलते लोग भी अब आइसक्रीम से परहेज कर रहे हैं. रही-सही कसर लॉकडाउन ने पूरी कर दी. जिसकी वजह से दुकानदारों ने भी आइसक्रीम मंगाना कम कर दिया है. रायपुर में आइसक्रीम इंडस्ट्री का बिजनेस 125 करोड़ का होता है, जिसमें से करीब 100 करोड़ वे गर्मी के सीजन में ही निकाल लेते हैं. बाकी के 25 करोड़ पूरे साल के लिए रहता है. इस सीजन में उन्हें सिर्फ रायपुर में ही 70 से 80 करोड़ का नुकसान हुआ है.
चौपट हुआ धंधा
निजी आइसक्रीम कंपनी के ब्रांच मैनेजर जितेंद्र शाह ने बताया कि लॉकडाउन की वजह से आइसक्रीम कंपनियों की कमर टूट गई है. आइसक्रीम का धंधा गर्मियों में ही होता है और लॉकडाउन की वजह से पूरा धंधा चौपट हो गया है. ऊपर से बिजली का कॉस्ट काफी ज्यादा होता है. उन्होंने कहा कि बिक्री नहीं होने के कारण लागत निकालना मुश्किल हो रहा है. जितेंद्र शाह ने बताया कि सेल की बात की जाए, तो सिर्फ रायपुर में ही एक कंपनी के आइसक्रीम का 6 करोड़ का काम होता है, लेकिन अब हालत यह हो चुकी है कि सर्वाइव करना भी बहुत मुश्किल हो रहा है.