रायपुर: वर्ष के आठवें महीने का 22वां दिन कई अच्छी बुरी घटनाओं के साथ इतिहास के पन्नों में दर्ज है. इसी दिन महात्मा गांधी ने 22 अगस्त को विदेशी कपड़ों की होली जलाकर स्वदेशी का नारा बुलंद किया और अंग्रेजों के खिलाफ एक अलग तरह के विरोध की शुरुआत की. इतना ही नहीं खेल जगत के लिए भी ये दिन काफी महत्वपूर्ण है. History of 22 august
जानिए क्यों अहम है इतिहास में 22 अगस्त का दिन - know historical significance history of 22 august
History of 22 august महात्मा गांधी ने 22 अगस्त को विदेशी कपड़ों की होली जलाकर स्वदेशी का नारा बुलंद किया और अंग्रेजों के खिलाफ एक अलग तरह के विरोध की शुरुआत की थी. खेल जगत के लिए भी इस दिन का खास महत्व है.
आज का इतिहास
यह भी पढ़ें:जानिए 20 अगस्त का इतिहास
आईए एक नजर डालते हैं आज के इतिहास पर...
- 1827- जोसे डे ला मार पेरू के राष्ट्रपति बने थे.
- 1846- मेक्सिको को दूसरा संघीय गणराज्य स्थापित किया गया था.
- 1851-ऑस्ट्रेलिया में सोने के क्षेत्रों की खोज हुई थी.
- 1902 -कैडिलैक मोटर कंपनी की स्थापना हुई थी.
- 1921-राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने विदेशी वस्त्रों की होली जलाई थी.
- 1934- ऑस्ट्रेलिया के बिल वुडफुल एशेज कप को दो बार हासिल करने वाले एकमात्र क्रिकेट कप्तान बने थे.
- 1944- अमेरिका, ब्रिटेन, रूस और चीन के प्रतिनिधियों ने संयुक्त राष्ट्र के गठन की योजनाओं को लेकर मुलाकात की थी.
- 1953 - डेविल द्वीप पर दंड कॉलोनी स्थायी रूप से बंद हो गयी थी.
- 1962-ओएएस ने फ्रांसीसी राष्ट्रपति चार्ल्स डी गॉल की हत्या का प्रयास किया था.
- 1968 -पोप पॉल VI, कोलंबिया के बोगोटा में आता है. यह लैटिन अमेरिका के लिए पोप की पहली यात्रा थी.
- 1969 - अमेरिका में समुद्री तूफान आने से 255 लोगों की मौत हुई थी.
- 1971- जे एडगर हूवर और जॉन मिशेल ने कैमडेन 28 में से 20 की गिरफ्तारी की घोषणा की थी.
- 1972 -रोड्सिया को आईओसी द्वारा अपनी जातिवादी नीतियों के लिए निष्कासित कर दिया गया था.
- 1978 -कोलंबिया वोटिंग राइट्स संशोधन जिला यू.एस. कांग्रेस द्वारा पारित किया गया था.
- 1979- राष्ट्रपति नीलम संजीव रेड्डी ने लोकसभा भंग की थी.
- 2006- पुल्कोवो एविएशन एंटरप्राइज़ फ्लाइट 612 पूर्वी यूक्रेन पर रूसी सीमा के पास दुर्घटनाग्रस्त हो जाती है जिसमें सभी 170 लोग मारे गए थे.
- 2012- केन्या की ताना नदी जिले में मवेशियों के लिए चरागाह अधिकारों पर जातीय संघर्ष के परिणामस्वरूप 52 से अधिक मौतें हुईं थी.