रायपुर: कोरोना ने दुनिया के अच्छे के अच्छे हेल्थ सिस्टम के दावे करने वाले देशों की कमर तोड़कर रख दी है. अमेरिका जैसे विकसित देश ने भी कोरोनावायरस के आगे घुटने टेक दिए हैं. भारत एक विकासशील देश है, जहां पर हेल्थ सेक्टर की तैयारियां इतनी पुख्ता नहीं थी, जितनी कि विकसित देशों की थी. भारत में भी कोरोना ने दिक्कतों का पहाड़ खड़ा कर दिया. लेकिन इस बीच स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार देखने को मिला है.
छत्तीसगढ़ की स्वास्थ्य विभाग की स्थिति
छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य विभाग ने लॉकडाउन के समय में ही स्वास्थ्य सुविधाओं में मजबूती लाने के लिए अच्छी खासी तैयारी कर ली. शुरुआती दौर में जो मरीज आते थे वह चाहे प्रदेश के किसी भी हिस्से से हो, उन्हें एम्स रायपुर में लाया जाता था, लेकिन जैसे कोरोना का प्रकोप बढ़ता गया, स्वास्थ्य अमले ने भी मुस्तैदी से काम किया, नतीजा यह हुआ कि अब अस्पतालों और जांच केंद्रों की संख्या काफी बढ़ चुकी है.
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अस्पतालों की संख्या में इजाफा
कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए और लोगों से जल्द से जल्द संपर्क करने के लिए हर जिले में कोविड-19 सेंटर खोले गए. इसके अलावा अस्थाई अस्पताल भी खोले गए. आज छत्तीसगढ़ में अस्पतालों की संख्या भी बढ़ गई है. सामुदायिक केंद्रों के अलावा भी और कई अस्पताल स्वास्थ्य विभाग ने खोले हैं ,जो कि आने वाले समय में सामान्य मरीजों के इलाज के लिए उपयोग में आ सकते हैं.