happy hareli Tihar 2023: भूपेश बघेल, दीपक बैज ने प्रदेशवासियों को दी हरेली की शुभकामनाएं - Baghel and chattisgarh leaders congratulated
happy hareli tihar 2023 आज हरेली तिहार है. सीएम भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़वासियों को हरेली तिहार की शुभकामनाएं दी. दीपक बैज ने भी छत्तीसगढ़ के पहले त्योहार हरेली की बधाई दी.
हरेली तिहार की शुभकामनाएं
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Published : Jul 17, 2023, 7:15 AM IST
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Updated : Jul 17, 2023, 9:02 AM IST
रायपुर:छत्तीसगढ़ के मुखिया भूपेश बघेल ने प्रदेशवासियों कोहरेली तिहार की शुभकामनाएं दी है. सीएम के साथ ही नवनिर्वाचित पीसीसी चीफ दीपक बैज ने भी छत्तीसगढ़वासियों को हरेली की शुभकामनाएं दी.
हरेली तिहार पर भूपेश बघेल का संदेश:सीएम ने अपने संदेश में कहा कि हरेली का तिहार किसानों की आस और विश्वास का त्योहार है. बच्चों और युवाओं की उमंग का त्योहार है. माता और बहनों के उत्साह का त्योहार है. धरती माता से इस साल भी भरपूर धन धान्य का आशीर्वाद मांगे. इस साल बारिश में थोड़ी देर हुई लेकिन अब पूरे प्रदेश में अच्छी बारिश हो रही है. बारिश ने हमारे उत्साह को और बढ़ा दिया है. पौने 5 साल के दौरान साल दर साल इस त्योहार की रंगत निखरी है. हरेली तिहार के दिन सार्वजनिक छुट्टी होने के कारण पूरा परिवार एक साथ हरेली तिहार मना रहे हैं.
पीसीसी चीफ ने दी शुभकामनाएं:नवनिर्वाचित पीसीसी चीफ दीपक बैज ने भी प्रदेशवासियों को हरेली तिहार की शुभकामनाएं दी है. दीपक बैज ने ट्वीट कर कहा कि "आप जम्मो संगवारी अऊ किसान भाई बहिनी मन ला हमर छत्तीसगढ़ के पारंपरिक तिहार "हरेली" के गाड़ा गाड़ा बधाई अऊ शुभकामना.
क्या है हरेली तिहार: छत्तीसगढ़ में हरेली तिहार पूरे जोश और उमंग के साथ मनाया जाता है. छत्तीसगढ़ में लोक तिहारों की शुरुआत इस महापर्व से होती है. हरेली के दिन सुबह उठकर कृषक और दूसरे लोग खेती किसानी के उपयोग में लाए जाने वाले सभी उपकरणों की पूजा करते हैं. सभी सामानों को सुबह साफ पानी से धोया जाता है फिर तुलसी चौरा के पास रखकर सभी उपकरणों और हल बैल की पूजा की जाती है. इस दिन पूरा गांव गेड़ी चढ़ता है. घर की महिलाएं अलग अलग तरह के छत्तीसगढ़ी व्यंजन ठेठरी, खुरमी बनाती हैं.
क्या है छत्तीसगढ़ियां ओलंपिक:हरेली तिहार पर छत्तीसगढ़िया ओलंपिक की भी शुरुआत हो रही है.छत्तीसगढ़ के पारंपरिक खेलों को बढ़ावा देने के लिए साल 2022 में छत्तीसगढ़ सरकार ने छत्तीसगढ़िया ओलंपिक की शुरुआत की. इनमें खो खो, रस्साकसी, फुगड़ी, बांटी, कंची, बिल्लस, गेड़ी दौड़, भंवरा, पिट्ठुल, 100 मीटर दौड़, लंबी कूद जैसे 14 खेलों को शामिल किया गया. पिछले साल 26 लाख लोगों ने छत्तीसगढ़िया ओलंपिक में हिस्सा लिया.