रायपुर: राज्यपाल अनुसुइया उइके से राजभवन में छत्तीसगढ़ एजुकेशनल कोचिंग एसोसिएशन के प्रतिनिधिमण्डल ने मुलाकात कर अपनी समस्या बताई. राज्यपाल ने उनकी समस्या को पूरी तरह सुना. उसके बाद उन्होंने कहा कि आपकी समस्या जायज है. इस समय कोरोना काल सभी के लिए संकट का समय है. उन्होंने इस संबंध में उसी समय स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम से फोन पर चर्चा की. राज्यपाल ने कहा कि कोचिंग सेंटर के बंद होने से वहां पढ़ाने वाले शिक्षक प्रभावित हो रहे हैं. इसके साथ ही विद्यार्थियों को भी परेशानी हो रही है. उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर अभिभावक और कोचिंग संचालकों को मिल बैठकर चर्चा करनी चाहिए.
पढ़ें:BJP मिशन 2023: डी पुरंदेश्वरी ने माना पार्टी में कई समस्याएं, 1000 दिन के रोडमैप के लिए नेता-कार्यकर्ताओं को सख्त हिदायत, भूपेश सरकार पर भी बरसीं
कोचिंग संचालक एसोसिएशन के सचिव ने बताई पीड़ा
राज्यपाल को एसोसिएशन के सचिव भरत भम्भवानी ने बताया कि कोरोना संक्रमण के कारण सारे कोचिंग सेंटर लंबे समय से बंद हैं बड़े कोचिंग संस्थानों को छोड़कर मध्यम कोचिंग संस्थान हैं, जहां मध्यमवर्गीय परिवार के बच्चे कोचिंग प्राप्त करते हैं. वहां शिक्षकों और अन्य कर्मचारियों की आजीविका निर्भर करती है.
ये भी पढ़ें:कृषि कानून पर रार! CM भूपेश की काला कानून वापस लेने की मांग, भाजपा ने खुद को बताया किसानों का रक्षक
कोचिंग संचालकों की आर्थिक स्थिति खराब
कोचिंग संस्थान बंद होने से उनकी आय पर असर पड़ रहा है. इससे हास्टल एवं इससे जुड़े अन्य संस्थान भी प्रभावित हो रहे हैं. होटल, रेस्टोरेंट जैसे अन्य संस्थानों को खोलने की अनुमति दी गई है. इसी तरह सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क इत्यादि का प्रयोग करते हुए कोचिंग संस्थान खोलने की अनुमति दी जानी चाहिए. जिससे वहां पढ़ाने वाले शिक्षकों, कर्मचारियों एवं ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थियों को भी लाभ होगा.