रायपुर: छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वाकांक्षी योजना 'नरवा, गरुवा, घुरवा अउ बारी' को साकार करने के लिए 'गोधन न्याय योजना' शुरू की गई. जिसके लिए प्रदेश के कई जिलों में सरकार ने गौठान बनवाया, ताकि मवेशियों को गौठानों में रखा जाए, लेकिन इसी बीच गौठानों में मवेशियों की देखरेख में लापरवाही के कारण कई मवेशियों की मौत हो गई. इससे छत्तीसगढ़ बीजेपी, भूपेश सरकार पर लगातार हमलावर रही है. वहीं अब भूपेश सरकार ने छत्तीसगढ़ के गांवों में गौ मुक्तिधाम बनाने की योजना बनाई है. इसके लिए प्रदेश के सभी कलेक्टर्स को प्रस्ताव भेजा गया है.
दरअसल, छत्तीसगढ़ एक और मामले में देशभर में पहला राज्य बनने वाला है. प्रदेश के गौ सेवा आयोग ने प्रदेश के सभी गांवों में गौ मुक्तिधाम बनाने की योजना बनाई है. इस संबंध में कलेक्टर्स को जमीन चयन की प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश जारी किए गए हैं. ETV भारत के पास इस संबंध में जारी पत्र की कॉपी है.
पढ़ें: बालोद: 14 मवेशियों के साथ 3 मवेशी तस्कर गिरफ्तार, कोर्ट ने भेजा जेल
अनुविभागीय अधिकारियों को सौंपी गई जिम्मेदारी
ETV भारत की टीम ने विभाग के अधिकारियों से जब इस संबंध में जानकारी ली, तो उनका कहना है कि इस संबंध में आयोग के अध्यक्ष महंत रामसुंदर दास की इच्छा के मुताबिक योजना बनाई जा रही है. साथ ही कुछ जिलों के कलेक्टर ने हमारे द्वारा भेजे गए पत्रों के बाद अपने अनुविभागीय अधिकारियों को आगे की कार्रवाई की जिम्मेदारी सौंप दी है.