रायपुर: छत्तीसगढ़ में कोरोना पॉजिटिव मरीजों का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है, शुरूआती दिनों में प्रदेश में कोरोना के मामले ज्यादा नहीं आए थे. लेकिन आंकड़ा 200 के पार पहुंच चुका है. सरकार ने कोरोना के इलाज के लिए डेडिकेटेड अस्पताल तैयार किए हैं. छत्तीसगढ़ में क्षेत्रीय स्तर पर आठ अस्पतालों में कोविड-19 का इलाज किया जाएगा. इसके लिए 1750 बेड निर्धारित हैं. वहीं 22 जिलों में जिला स्तर पर कोविड-19 के इलाज के लिए इंतजाम किए गए हैं. जिला स्तर पर 1586 बेड सुनिश्चित किए गए हैं भविष्य में इनकी संख्या बढ़ाई भी जा सकती है. इनमें से 1371 जनरल बेड हैं, जबकि 215 आईसीयू बेड हैं.
क्षेत्रीय स्तर पर आठ अस्पताल जहां कोरोना का होता है इलाज
- एम्स रायपुर में 500 बिस्तर
- माना हॉस्पिटल में 100 बिस्तर
- मेकाहारा रायपुर में 500 बिस्तर
- मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल अम्बिकापुर में 100 बिस्तर
- मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल राजनांदगांव में 160 बिस्तर
- मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल जगदलपुर में 200 बेड का वार्ड तैयार
- मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल रायगढ़ में 100 बिस्तर का वार्ड कर रहा काम
- डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल बिलासपुर में 100 बिस्तर की व्यवस्था
- इनमें से जनरल वार्ड में 1443 और आईसीयू बेड की संख्या 307 हैं.
कुल सेटअप
इस तरह छत्तीसगढ़ में सरकार ने कोविड-19 से निपटने के लिए कुल 3336 बेड तैयार किए हैं, इनमें से 2814 जनरल बेड और 522 आईसीयू बेड की व्यवस्था की गई है. हालांकि आईसीयू बेड की संख्या भविष्य में जरूरत के हिसाब से बढ़ाई जा सकती है वहीं सरकार ने इनका इंतजाम कर लिया है.फिलहाल छत्तीसगढ़ में कोरोना के जितने भी मरीज सामने आए हैं उनमें से किसी को भी आईसीयू में एडमिट करने की नौबत नहीं आई है.
280 वेंटिलेटर कहीं कम ना पड़ जाए
कोविड-19 के लिए सरकार ने जो सेटअप तैयार किया है उनमें 280 वेंटिलेटर को रिजर्व किया गया है. हालांकि विशेषज्ञों का अनुमान है कि यह महामारी आने वाले समय में और पैर पसार सकती है, उस स्थिति में वेंटीलेटर्स की कमी खल सकती है. स्वास्थ्य मंत्री ने भी अपने इंटरव्यू में इस ओर संकेत किए हैं. हालांकि सरकार इस कमी को दूर करने के लिए भी प्रयासरत है.