रायपुर: मोदी सरकार 2.0 का दूसरा आम बजट शनिवार को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में पेश किया. वित्त वर्ष 2020-21 के लिए यह बजट संसद में पेश किया गया. बजट कैसा है और इसके में क्या खास प्रावधान और ऐलान है. इस पर ETV भारत ने अर्थशास्त्री हनुमंत यादव से बातचीत की है. इस बजट को अर्थशास्त्री हनुमंत यादव ने योजनाओं की भरमार वाला बजट बताया. उन्होंने कहा कि 'योजनाओं की कोई कमी नहीं है, लेकिन ये योजनाएं धरातल पर कितनी क्रियान्वित होती है ये देखने वाली बात होगी'. उन्होंने कहा कि ये योजनाएं देश का विकास दर तय करेगी.
उन्होंने कहा कि 'वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जो बजट पेश किया है. वह सभी क्षेत्रों को ध्यान में रखते हुए किया है, लेकिन जो विकास दर की बात कही गई है. वह कहीं न कहीं संदेहास्पद है'. हनुमंत यादव ने कहा कि 'वित्त मंत्री ने लक्ष्य रखा है कि वह विकास दर 10 फीसदी तक ले आएंगी. लेकिन इसके पहले विकास दर 5 फीसदी रहा है'. हनुमंत यादव का कहना है कि 'अर्थव्यवस्था में जो भी प्रगतिशील कार्य होते हैं वह धीमी रफ्तार से होते हैं. यह सही बात है कि लक्ष्य हमेशा बड़ा रखना चाहिए लेकिन इतना भी बड़ा नहीं हो जिससे लोगों में संदेह फैले'.