रायपुर: राजधानी में हथकरघा एक्सपो का स्टॉल लगा है. हथकरघा एक्सपो में कई राज्यों के बुनकरों ने कपड़ों की स्टॉल लगाई है. यह स्टॉल राजधानी में 1 महीने के लिए लगाई गई है. हथकरघा एक्सपो में आए अन्य राज्यों के बुनकरों और स्टॉल मालिकों से ETV भारत ने बात की है. उन्होंने कोरोना और लॉकडाउन में हुई परेशानियों को ETV भारत के साथ साझा किया है.
बुनकरों ने बताया कि कई राज्य सरकारों से बुनकरों या कारीगरों को किसी तरह की कोई मदद नहीं मिली. हालांकि कुछ राज्य के बुनकरों को जरूर राज्य सरकार की ओर से मदद मिली है. हथकरघा वस्त्र के बुनकर और कारीगर भारतीय संस्कृतिक विरासत का अभिन्न अंग रहे हैं. हथकरघा उद्योग जिसमें कपड़ों को हाथ से बुना जाता है, भारत की प्राचीन और समृद्ध उद्योगों में से एक है. पावर लूम के आने से इस उद्योग को वैसे भी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है, जिसका सीधा असर बुनाई करके आमदनी कमाने वाले बुनकर परिवारों पर पड़ा है.
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1 महीने तक चलेगा हैंडलूम एक्सपो
राजधानी रायपुर के रावाभाठा स्थित मैदान में हैंडलूम एक्सपो का आयोजन किया गया है. जिसमें देश के कई राज्यों के बुनकर और कारीगरों ने स्टॉल लगाए हैं. स्टॉल 1 महीने तक रहेगा. हथकरघा एक्सपो का आयोजन 25 जनवरी से 25 फरवरी तक चलेगा.
लॉकडाउन की वजह से आर्थिक तंगी