रायपुर:इंग्लिश मीडियम स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को 12वीं के बाद उच्च शिक्षा के लिए अब बाहर नहीं जाना पड़ेगा. राज्य में ही अंग्रेजी माध्यम में गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा उपलब्ध होगी. छत्तीसगढ़ में चरणबद्ध रूप से स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम आदर्श महाविद्यालय शुरू किए जाएंगे. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने यह बड़ा फैसला लिया है.
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प्रमुख नगरों में 10 इंग्लिश मीडियम कॉलेज खुलेंगे: पहले चरण में आगामी शैक्षणिक सत्र जून 2023 से राज्य के प्रमुख नगरों में कम से कम 10 इंग्लिश मीडियम कॉलेज खुलेंगे. आगामी तीन साल में राज्य के सभी जिला मुख्यालयों में इंग्लिश मीडियम कॉलेज शुरू किए जाएंगे. वर्तमान में राज्य में इंग्लिश मीडियम के शासकीय महाविद्यालय नहीं होने के कारण राज्य के विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा के लिए महानगरों के महाविद्यालय में प्रवेश लेना पड़ता है. महानगरों में प्रवेश लेने पर विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों पर बड़ा आर्थिक बोझ पढ़ता है, जिसमें बड़ी राशि खर्च होती है.
अगले साल 422 आत्मानंद स्कूल:15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस संदेश में सीएम भूपेश बघेल ने अगले शिक्षा सत्र से पहले 422 स्कूलों में स्वामी आत्मानंद योजना शुरू करने की घोषणा की. जिनमें से 252 स्कूल बस्तर और सरगुजा संभाग में होंगे. इनमें दंतेवाड़ा जिले के शत-प्रतिशत शासकीय हाई और हायर सेकेंडरी स्कूल होंगे. बता दें छत्तीसगढ़ में स्वामी आत्मानंद इंगलिश मीडियम स्कूल की शुरुआत 51 स्कूलों से हुई थी जो अब बढ़कर 279 स्कूलों तक पहुंच चुकी है. इनमें से 32 स्कूल हिन्दी मीडियम के है. 247 स्कूलों में हिन्दी के साथ इंगलिश मीडियम में पढ़ाया जा रहा है. इस साल 2 लाख 52 हजार 600 बच्चों ने आत्मानंद स्कूलों में एडमिशन लिया है. जिसमें 1 लाख 3 हजार बच्चे इंग्लिश मीडियम और 1 लाख 49 हजार 600 बच्चे हिन्दी मीडियम के हैं. नवा रायपुर में अंतरराष्ट्रीय स्तर का बोर्डिंग स्कूल स्थापित करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है.