ED Summons Vinod Verma Family: सीएम बघेल के राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा का बयान, ईडी ने मेरे बेटों और परिवार के सदस्यों को तलब किया, एजेंसी हमारा हौसला नहीं तोड़ सकती - धन शोधन निवारण अधिनियम
ED Summons Vinod Verma Family: छत्तीसगढ़ में ईडी की कार्रवाई लगातार जारी है. सीएम बघेल के राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा ने बुधवार को बयान जारी कर कहा कि उनके दो बेटों और परिवार के सदस्यों को प्रवर्तन निदेशालय ने तलब किया है.CM Baghel Advisor Vinod Verma targets ED
रायपुर: ईडी महादेव सट्टा एप केस में लगातार कार्रवाई कर रही है. मंगलवार को ईडी नेमहादेव सट्टा एपऔर हवाला केस में चार आरोपियों को रायपुर की एक विशेष अदालत में पेश किया था. कोर्ट ने सभी आरोपियों को 14 दिनों की न्यायिक रिमांड पर भेज दिया. उसके बाद बुधवार को सीएम बघेल के राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा ने रायपुर में एक बयान जारी किया है. उन्होंने कहा कि मेरे बेटों और परिवार के सदस्यों को ईडी ने तलब किया है.
विनोद वर्मा ने ट्विटर पर किया पोस्ट (ED Summons Vinod Verma Sons):ईडीकी तरफ से पूछताछ के लिए बुलाए जाने की जानकारी विनोद वर्मा ने ट्विटर पर शेयर की है. उन्होंने इससे संबंधित एक तस्वीर ट्विटर पर पोस्ट किया है. उसके बाद उसमें उन्होंने कहा कि मैंने अपने परिवार के सदस्यों को ईडी दफ्तर में छोड़ा है.
"ईडी ने अब मेरे परिवार को बुलाया है. मैंने अपने दो बेटों पुनर्वसु और तथागत और बहनोई तुकेंद्र वर्मा को ईडी कार्यालय में पहुंचाकर आ रहा हूं. मेरी पत्नी जया को कल बुलाया गया है. केंद्र सरकार के आदेश पर एजेंसियां जो चाहें कर सकती हैं. लेकिन वे भूपेश बघेल जी और उनकी टीम का मनोबल नहीं तोड़ सकतीं"- विनोद वर्मा, सीएम बघेल के राजनीतिक सलाहकार
महादेव सट्टा एप केस और पीएमएलए के तहत ईडी कर रही जांच: ईडी ने छत्तीसगढ़ में महादेव सट्टा एप के जरिए पैसों के लेन देन का खुलासा किया है. ईडी सूत्रों के मुताबिक इस केस में हवाला का एंगल भी सामने आ रहा है. इस मामले में ईडी ने 28 अगस्त को धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत विनोद वर्मा और मुख्यमंत्री के विशेष कर्तव्य अधिकारी (ओएसडी) मनीष बंछोर के बयान दर्ज किए थे.
23 अगस्त को विनोद वर्मा और बंछोर के ठिकानों पर था छापा: ईडी ने कथित अवैध सट्टेबाजी ऐप महादेव ऑनलाइन बुक में मनी लॉन्ड्रिंग के तहत केस दर्ज किया था. जिसमें ईडी ने 23 अगस्त को जांच की थी. इस जांच के सिलसिले में ईडी ने विनोद वर्मा और दो ओएसडी आशीष वर्मा और मनीष बंछोर की संपत्तियों पर छापा मारा था. इस केस में सहायक उपनिरीक्षक चंद्रभूषण वर्मा, कथित हवाला ऑपरेटर के भाई अनिल और सुनील दमानी और सतीश चंद्राकर को ईडी ने 23 अगस्त को गिरफ्तार किया.
ईडी ने विनोद वर्मा को लेकर किया दावा, लगाए आरोप: इस केस में ईडी ने विनोद वर्मा पर आरोप लगाए. ईडी ने दावा किया कि "गिरफ्तार पुलिसकर्मी ने विनोद वर्मा के साथ अपने संबंधों का जिक्र किया है. ASI चंद्रभूषण वर्मा ने जांच में यह बताया है कि महादेव सट्टा एप से मिले रकम का हवाला में इस्तेमाल होता था. सीएम कार्यालय से जुड़े उच्च अधिकारी और राजनेताओं को प्रभावित करने के लिए भी इस रकम का इस्तेमाल किया गया". एजेंसी ने दावा किया कि राज्य के भिलाई के रहने वाले सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल ऐप के मुख्य प्रमोटर हैं. वह दुबई से इसे संचालित करते हैं.
विनोद वर्मा ने ईडी पर डकैती का लगाया था आरोप: सीएम के राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा ने ईडी की कार्रवाई पर सवाल उठाए. उन्होंने इस मामले में 24 अगस्त को प्रेस कॉन्फ्रेंस की और कहा कि "उनके पास गलत तरीके से अर्जित संपत्ति का एक भी पैसा नहीं है. ईडी की यह छापेमारी नहीं है बल्कि डकैती है. मेरे घर से ईडी ने जेवरात को जब्त किया. जबकि मैंने इस आभूषण की खरीदी के बिल दिखाए थे."
सीएम बघेल ने ईडी और मोदी सरकार पर लगाए थे आरोप: इस पूरे मामले में सीएम बघेल ने ईडी और केंद्र पर कई गंभीर आरोप लगाए थे. सीएम ने कहा था कि उनकी सरकार को केंद्रीय एजेंसियों की तरफ से बदनाम करने की साजिश की जा रही है. सीएम ने कहा कि" मेरे सहयोगियों पर ईडी और आयकर विभाग की छापेमारी छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार को बदनाम करने और दबाने का दुर्भावनापूर्ण प्रयास है"