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CM भूपेश बघेल और TS सिंहदेव के बीच बढ़ती खाई, साथ होते हुए भी दूरियां बरकरार - Bhupesh Baghel and TS Singhdeo

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और टीएस सिंहदेव के बीच ढाई-ढाई साल के मुख्यमंत्री पद के फॉर्मूले की चर्चा थमी भी नहीं है. अब एक बार फिर टीएस सिंह देव की भूपेश बघेल से दूरी की चर्चा राजनीतिक गलियारों में जोरों पर है. इस चर्चा को इस बात से ही बल मिल रहा है कि गाहे-बगाहे बीच-बीच में दोनों किसी न किसी वजह से एक दूसरे से दूर नजर आते हैं.

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CM भूपेश बघेल और TS सिंहदेव के बीच बढ़ती खाई

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Published : Dec 18, 2020, 10:46 PM IST

रायपुर: छत्तीसगढ़ में एक बार फिर भूपेश सरकार को लेकर कई तरह की चर्चा जोर पकड़ने लगी है. इस बार मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव से दूरी राजनीतिक चर्चा का विषय बनी हुई है. भूपेश बघेल ओर टी एस सिंहदेव के ढाई-ढाई साल का मुख्यमंत्री के फॉर्मूले की चर्चा अभी थमी भी नहीं थी कि अब एक बार फिर टीएस सिंह देव की भूपेश बघेल से दूरी की चर्चा राजनीतिक गलियारों में जोरों पर है. इस चर्चा को इस बात से ही बल मिल रहा है कि गाहे-बगाहे बीच-बीच में दोनों किसी न किसी वजह से एक दूसरे से दूर नजर आते हैं.

CM भूपेश बघेल और TS सिंहदेव के बीच बढ़ती खाई

पढ़ें: 'बाबा' नाराज ! चंदखुरी में सरकार के 2 साल के जश्न को बीच में छोड़कर चले गए सिंहदेव
गुरुवार की बात की जाए तो इस दिन भी भूपेश बघेल और टीएस सिंहदेव की दूरी को लेकर बातचीत शुरू हो गई है. पहले किसी कारणवश टीएस सिंह देव मुख्यमंत्री निवास में होने वाली कैबिनेट की बैठक में शामिल नहीं हो सके. उसके बाद जैसे-तैसे टीएस सिंहदेव मुख्यमंत्री निवास पहुंचे. वंहा से निकलने वाली बस में सवार हुए. यह बस कौशल्या मंदिर चंदखुरी में आयोजित कांग्रेस सरकार के 2 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम के लिए रवाना हुई थी. बस में भी टीएस सिंहदेव अकेले एक सीट पर बैठे नजर आए, जबकि भूपेश बघेल और ताम्रध्वज साहू एक साथ बैठे थे. साथ ही अन्य मंत्रीयों ने भी दूसरे मंत्रियों से अपनी कुर्सी साझा की थी, लेकिन टीएस सिंहदेव अकेले ही सीट पर बैठे रहे.

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कार्यक्रम को बीच में ही छोड़ सिंहदेव हुए रवाना
कौशल्या मंदिर पहुंचने के बाद भी कुछ ठीक नजर नहीं आ रहा था. मंच पर भूपेश बघेल ताम्रध्वज साहू टीएस सिंहदेव सहित मंत्रिमंडल के कई सदस्य मौजूद रहे, लेकिन जब कार्यक्रम के शुरुआत में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का स्वागत चल रहा था. उसी बीच अचानक टीएस सिंहदेव मंच से उठ कर चुपचाप बघेल के पीछे से कार्यक्रम छोड़ कर चले गए.

दूरी की वजह कहीं ढाई-ढाई साल का फॉर्मूला तो नहीं
हालांकि उनके कार्यक्रम छोड़कर जाने की वजह अब तक पता नहीं चली है, लेकिन जिस तरीके से टीएस सिंहदेव कार्यक्रम शुरू होने के चंद मिनट बाद ही मंच छोड़कर निकले. फिर से कयास लगाया जा रहा है कि हो ना हो टीएस सिंहदेव और भूपेश बघेल के बीच दूरी बढ़ती जा रही है. जो एक बार फिर इस कार्यक्रम के दौरान देखने को मिली. इस मामले ने एक बार फिर सीएम के ढाई ढाई साल के फॉर्मूले की चर्चा को बल दे दिया. कहीं ना कहीं भूपेश बघेल ओर टीएस सिंहदेव के बीच कुछ ठीक नहीं चल रहा है.

सरकार में नहीं चल रहा है कुछ भी ठीक : संजय श्रीवास्तव
ऐसे में विपक्ष को भी बैठे-बैठे एक मुद्दा मिल गया है. भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव का कहना है कि सरकार में कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है. खासकर भूपेश बघेल और टीएस सिंहदेव के बीच की दूरी सामने नजर आ रही है. संजय श्रीवास्तव ने इसकी वजह कहीं न कहीं ढाई-ढाई साल के मुख्यमंत्री वाले फॉर्मूले को बताया है.

दूसरों के घरों में झांकना छोड़ अपने घर को देखे भाजपा : घनश्याम राजू तिवारी
वहीं विपक्ष के बयानों पर पलटवार करते हुए कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता घनश्याम राजू तिवारी ने कहा कि भाजपा दूसरों के घरों में झांकना छोड़ दे पहले उसे खुद का घर देखना चाहिए कि किस तरह ननकीराम कंवर ने सत्ता में रहते हुए पूर्वर्ती भाजपा सरकार पर भ्रष्टाचार कमीशन खोरी का आरोप लगाते हुए अमित शाह को पत्र लिखा था, युद्धवीर सिंह जूदेव ने भी पूर्वर्ती भाजपा सरकार को लेकर कई संगीन आरोप लगाए थे घनश्याम राजू ने कहा कि फूट डालो और शासन करो इसी तर्ज पर भाजपा वर्तमान में काम कर रही है उन्होंने कहा कि टी एस सिंह देव कांग्रेस में थे , कांग्रेस में हैं और कांग्रेस में ही रहेंगे।

क्या बदल जांएगे ढाई साल में सीएम ?
बहरहाल, कांग्रेस सरकार के 2 साल पूरे होते ही एक बार फिर से ढाई-ढाई साल के मुख्यमंत्री का फार्मूला एक बार फिर जोर पकड़ने लगा है. अब देखने वाली बात है कि इस फार्मूले की सच्चाई क्या है. क्या वाकई में ढाई साल बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री बदल जाएंगे या फिर यह सिर्फ और सिर्फ राजनीतिक बयान बनकर रह जाएगा.

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