रायपुर:छत्तीसगढ़ मेंबाघों की संख्या में कमी की रिपोर्ट पर बीजेपी-कांग्रेस आमने-सामने आ गई है. कांग्रेस इसके लिए पूर्व की भाजपा सरकार को दोषी बता रही है. वहीं बीजेपी कांग्रेस सरकार पर सही तरीके से बाघों की गिनती नहीं करने का आरोप लगा रही है.
बाघों की संख्या में कमी आने की रिपोर्ट से पक्ष विपक्ष आमने-सामने आ गए कांग्रेस का आरोप है कि साल 2018 में तंत्र-मंत्र के नाम पर बाघों की हत्या की गई है. इसके पहले भी 15 बाघों की खाल बरामद की गई है. कांग्रेस का कहना है कि बाघों की हत्या बीजेपी के कार्यकाल में हुई है. प्रदेश में घटती बाघों की संख्या के लिए पूर्व भाजपा सरकार जिम्मेदार है.
बाघों की संख्या बढ़ाने की बात
वहीं भाजपा कांग्रेस सरकार पर सही तरीके से बाघों की गिनती नहीं करने का आरोप लगा रही है. भाजपा ने कहा कि प्रदेश में बाघों की संख्या बढ़ाने के लिए एक सुनियोजित तरीके से कार्य योजना बनाने की जरूरत है. इस बीच प्रदेश सरकार छत्तीसगढ़ में बाघों की संख्या बढ़ाने के लिए विशेषज्ञों से चर्चा कर योजना बनाने की बात कही है.
मध्य प्रदेश में है सबसे ज्यादा बाघ
केंद्र सरकार की ओर से जारी आकड़ों में बताया गया है कि देशभर में कुल 2,967 बाघ हैं. जिसमें मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा 526 बाघ देखे गए हैं. वहीं दूसरे नंबर पर कर्नाटक जहां पर 524 बाघ गिने गए हैं. इसके बाद तीसरे स्थान पर उत्तराखंड जहां पर 442 बाघ देखे गए हैं.
छत्तीसगढ़ की बात की जाए तो यहां बाघों की स्थिति चिंताजनक है. यहां मात्र 19 बाघ रह गए हैं. इसके आलावा मिजोरम में भी बाघों की संख्या काफी कम है. वहीं उड़ीसा में बाघों की संख्या स्थिर बनी हुई है.