रायपुर : 11 दिसंबर 2018 ये वो दिन था जब 15 साल बाद छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सत्ता में आई थी. सत्ता में आने से पहले कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में 36 वादे किए थे. जिसमें से कई वादे पूरे भी किए, वहीं कई वादे आज भी अधूरे है. कांग्रेस का दावा है कि उन्होंने 36 वादे अलग-अलग वर्ग के लोगों से मुलाकात करने के बाद तैयार किए थे. इसमें से 24 वादे पूरे कर लिए गए हैं. इन वादों पर सरकार कितनी खरी उतरी इसे लेकर ETV भारत ने महिलाओं से बातचीत की और उनकी राय जानी.
रायपुर की अलग-अलग क्षेत्रों में रहने वाली छात्राओं, महिलाओं से हमने बात की. उनका कहना है कि जब बात महिला सुरक्षा की होती है तो वे खुद को सुरक्षित महसूस नहीं करतीं हैं.
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अब तक नहीं हुई कोई अप्रिय घटना
उनका ये भी कहना है कि ऐसे तो छत्तीसगढ़ में कहीं कोई दिक्कत नहीं दिखती है, लेकिन कुछ इलाके सुरक्षित नहीं है. राजधानी की पल्लवी कहती हैं कि रायपुर उन्हें पूरी तरीके से सुरक्षित लगता है. उनके साथ कभी कोई अप्रिय घटना नहीं हुई. वह खुद को सुरक्षित महसूस करती हैं.
छत्तीसगढ़ में रेप के बढ़ते
- 2014 में 1502 बलात्कार के केस दर्ज हुए
- 2015 में 1629 बलात्कार के केस दर्ज हुए
- 2016 में 1700 बलात्कार केस दर्ज हुए
- 2017 में 1776 बलात्कार केस दर्ज हुए
2014 से 2017 तक छत्तीसगढ़ में 257 सामूहिक बलात्कार के मामले सामने आए हैं.
1 जनवरी 2019 से 31 जनवरी 2020 तक की रिपोर्ट
- छत्तीसगढ़ में 2575 बलात्कार के केस दर्ज किए गए
- रायपुर में सबसे ज्यादा 301 बलात्कार के केस दर्ज किए गए
- रायगढ़ में 196 बलात्कार के केस दर्ज किए गए
- बिलासपुर में 144 बलात्कार के केस दर्ज किए गए
- सरगुजा में 139 बलात्कार के केस दर्ज किए गए
- सूरजपुर में 132 बलात्कार के केस दर्ज किए गए
- जशपुर में 123 बलात्कार के केस दर्ज किए गए
- बलौदा बाजार में 123 बलात्कार के केस दर्ज किए गए
- बस्तर में 115 बलात्कार के केस दर्ज किए गए
- कोरिया में 114 बलात्कार के केस दर्ज किए गए
- बलरामपुर में 112 बलात्कार के केस दर्ज किए गए
- कोरबा में 102 बलात्कार के केस दर्ज किए गए