रायपुर: सीएम भूपेश बघेल ने बस्तर विकास प्राधिकरण को लेकर मीडिया से चर्चा में कहा कि बस्तर में 30 मई को तीन बैठकें होंगी. इसमें पहला फारेस्ट आईटी एक्ट, दूसरा बस्तर विकास प्राधिकरण और तीसरी नक्सल समस्या पर बैठक होगी. इसमें पत्रकारों, नक्सल प्रभावितों व पीड़ितों, व्यापारियों और जवानों से बातचीत की जाएगी. इसकी शुरुआत 30 मई से होगी. ये दो दिन का कार्यक्रम रहेगा.
बस्तर विकास प्राधिकरण की पहली बैठक आज बता दें कि बस्तर विकास प्राधिकरण की यह पहली बैठक होगी, जिसमें सीएम बघेल शिरकत करेंगे. इस दौरान बस्तर में विकास कार्यों की समीक्षा करेंगे. उनके प्रवास को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई हैं.
बस्तर विधानसभा के कांग्रेसी विधायक लखेश्वर बघेल की अध्यक्षता में लगभग एक घंटे तक होने वाली इस बैठक में स्थानीय लोगों की मूलभूत सुविधा, रोजगार समेत अन्य मुद्दों पर चर्चा की जाएगी. बैठक में बस्तर संभाग के सभी कांग्रेसी विधायकों के साथ प्रदेश के चार मंत्री और बस्तर संभाग के सात जिलों के कलेक्टर, एसपी समेत कई प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहेंगे.
मुख्यमंत्री प्रवास की तैयारियां पूरी
लखेश्वर बघेल और जगदलपुर के विधायक रेखचंद जैन ने बताया कि मुख्यमंत्री के प्रवास की सारी तैयारियां हो चुकी हैं. सीएम प्रवास को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने भी सुरक्षा की चाक-चौबंद इंतजाम किए हैं. उन्होंने बताया कि कांग्रेस सरकार बनने के बाद पहली बार हो रही प्राधिकरण की बैठक में मुख्य रूप से स्थानीय मुद्दे के साथ संभाग के सभी विकास कार्यों की समीक्षा की जाएगी.
ये है शेड्यूल
मुख्यमंत्री इस बैठक के बाद विभिन्न कार्यक्रमों में भी शिरकत करेंगे. इसमें मुख्य रूप से शहर के ऑडिटोरियम हॉल में आयोजित वन अधिकार पट्टा और वन अधिनियम से जुड़े ग्रामीणों की समस्या सुनेंगे. इसके बाद शाम 5 बजे शहर के बालाजी वार्ड चौक में बने बस्तर टाइगर स्वर्गीय महेंद्र कर्मा के मूर्ति का अनावरण करेंगे और फिर देर शाम सर्किट हाउस में नक्सल प्रभावित लोगों और ग्रामीणों से मुलाकात कर उनकी समस्या सुनेंगे.
इंद्रावती नदी को बचाने की मांग
लखेश्वर बघेल ने बताया कि बैठक के दौरान बस्तर की प्राणदायिनी इंद्रावती नदी को बचाने के लिए इंद्रावती प्राधिकरण की स्थापना करने की मांग की जाएगी. दरअसल, तत्कालीन भाजपा सरकार में बस्तर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष प्रदेश के मुख्यमंत्री होते थे, लेकिन कांग्रेस सरकार आने पर अब इस प्राधिकरण का अध्यक्ष स्थानीय विधायक को बनाया गया है.