रायपुर:भानुप्रतापपुर उपचुनाव के प्रचार प्रसार का आज अंतिम दिन है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भानुप्रतापपुर में आयोजित सभा में शामिल होने रायपुर से भानुप्रतापपुर के लिए रवाना हुए. भानुप्रतापपुर उपचुनाव को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि "आज शाम 3 बजे तक चुनाव प्रचार का आखिरी दिन है. उसके बाद चुनावी शोर बंद हो जाएगा. डोर टू डोर कैंपेन होगा. कांग्रेस का आज दो जगह कार्यक्रम है, जहां चुनावी सभा को संबोधित करके निकलना पड़ेगा और भानुप्रतापपुर में कांग्रेस की स्थिति अच्छी है."
"वह कितना भी कर ले लेकिन ना आदिवासियों उनके साथ जाने वाले हैं ना किसान जाने वाले हैं. ना युवा उनके साथ जाने वाले और ना ही महिलाएं उनके साथ जाने वाले हैं." -मुख्यमंत्री भूपेश बघेल
आरक्षण बिल पर सीएम बघेल का बयान:आरक्षण बिल पर सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि " राज्यपाल ने जब बात कही थी. आप अध्यादेश ले आए. यह विशेष सत्र बुला ले. आदिवासी समाज ने कहा था अध्यादेश लाने के बजाय विधानसभा में विशेष सत्र बुलाकर चर्चा होनी चाहिए और उनके भावनाओं के अनुरूप हम विशेष सत्र बुलाए. आरक्षण पर चर्चा हुई. शुक्रवार 11:00 बजे से लेकर रात में 8:00 बजे तक लगातार चर्चा हुई. जबकि लंच ब्रेक भी नहीं किया गया और सारे वर्ग के जो प्रावधान है. उनमें अनुसूचित जाति के लिए, अनुसूचित जनजाति के लिए, पिछड़ा वर्ग के लिए सारे प्रावधान किए गए हैं. अब राज्यपाल से अपेक्षा है कि सार्वजनिक रूप से जो भावनाएं व्यक्त की है और मुझे पूरा विश्वास है कि राज्यपाल जी उसमें विलम्ब नहीं करेंगे और हस्ताक्षर कर देंगे और कल हमने प्रस्ताव पास कर दिया."
विपक्ष लगाता रहा है आरोप: सीएम ने कहा कि विपक्ष कल भी आरोप लगा रहे थे और आज भी आरोप लगा रहे हैं वह कह रहे हैं भानुप्रतापपुर उपचुनाव के कारण यह विधेयक पास किया गया है. अभी नारायण चंदेल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बताया है. इस पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा "देखिए यह एक मानसिक दिवालियापन है. एक उपचुनाव से क्या फर्क पड़ेगा. यह पूरे प्रदेश के जनता का मामला है. चुनाव तो होते रहेंगे यह तो उपचुनाव है. आम चुनाव भी होंगे लेकिन यह जो काम कल हुआ है वह मील का पत्थर है जो इस प्रकार से छत्तीसगढ़ आगे बढ़ेगा. उसका यह रोड मैप है कि हम सभी वर्गों को साथ लेकर चलना चाहते हैं. तभी छत्तीसगढ़ आगे बढ़ेगा तो उस भावना के अनुरूप काम हुआ है. इस चुनाव से नहीं जोड़ना चाहिए. वह वास्तविक में हार रहे हैं तो अपने आकाओं को बता सके कि हम लोगों ने इस कारण से हारे हैं तो हारने का बहाना ढूंढ रहे हैं वह लोग वैसे भी हार रहे हैं."