रायपुर: कोंडागांव में गिरदावरी रिपोर्ट में गड़बड़ी के चलते किसान ने आत्महत्या कर ली थी. अब इस मामले में खुद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी संज्ञान लिया है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि किसी किसान के पंजीकृत रकबे और गिरदावरी में यदि कोई त्रुटि मिलती है, तो तत्काल सुधार किया जाए.
मुख्यमंत्री के निर्देश पर खाद्य विभाग ने किसानों की सुविधा के लिए पंजीयन के संबंध में आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं. ये निर्देश सभी संभागायुक्त और जिला कलेक्टरों को जारी किया गया है.
पंजीयन में सुधार के प्रस्ताव
राज्य में खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 में समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन के लिए 17 अगस्त से 17 नवम्बर तक किसान पंजीयन का काम किया गया है. खरीफ वर्ष 2020-21 में 21.30 लाख किसानों ने धान बेचने के लिए पंजीयन कराया है. किसान पंजीयन की अवधि समाप्त होने के बाद भी जिलों से पंजीयन में सुधार के प्रस्ताव मिल रहे हैं. इस पर शासन स्तर पर सुधार की कार्रवाई की जा रही है.
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रकबे में सुधार की कार्रवाई
इसके तहत यब भी निर्देश दिए गए हैं कि किसानों से पंजीयन प्राप्त आवेदन के संबंध में गिरदावरी की स्थिति समझ ली जाए. यदि गिरदावरी पूरा नहीं है या फिर उसमें कुछ गलतियां है तो इसमें सुधार काम तत्काल कराया जाए. यदि पंजीयन के दौरान धान के वास्तविक रकबे की एंट्री न होकर कम रकबे की एंट्री हो गई हो तो रकबे में तत्काल सुधार की कार्रवाई की जाए.
रकबे में कटौती के कारण किसान ने की थी आत्महत्या
कोंडागांव के बड़ेराजपुर ब्लॉक में एक किसान ने रकबे में भारी भरकम कटौती के कारण आत्महत्या कर ली थी. किसान धनीराम मरकाम ने कर्ज और तनाव में आकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. जानकारी के अनुसार गिरदावरी रिपोर्ट में कई प्रकार की गलती की बात सामने आई थी. इसके कारण किसान ने आत्महत्या कर ली. इस घटना में कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा ने कार्रवाई करते हुए पटवारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया था. वहीं तहसीलदार को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था. इसके आलावा कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा ने केशकाल एसडीएम दीनदयाल मंडावी से किसान आत्महत्या मामले में जानकारी मांगी है.